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मेरठ में सपा कार्यकर्ताओं ने गुटों में बंटकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए सरकार से अपील की व सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। सपाईयों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए डीएम के बालाजी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। मवाना में पूर्व मंत्री प्रभुदयाल वाल्मीकि, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, सपा नेता विपिन मनोठिया व किशोर वाल्मीकि अपने-अपने समर्थकों के साथ अलग-अलग टुकड़ियों में डीजल-पेट्रोल,रसोई गैस व बिजली दरों में वृद्धि पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। सरकार की नीतियों, बढ़ते अपराध और पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाकर सपाईयों ने जमकर हल्ला बोला। सैकड़ों की संख्या में सपाई पार्टी के कैंप कार्यालय से पैदल ही नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंच गए। यह भी पढ़ें: यूपी में भाजपा शासनकाल में चल रही है जंगलराज की अराजकता : मायावती कलक्ट्रेट पर पुलिस ने हल्की बेरीकेडिंग की थी जिसे सपाइयों ने तोड़ दिया और अंदर घुस गए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को राष्ट्रपति से सम्बोधित ज्ञापन दिया। पुलिस ने सपा के प्रदर्शन को देखते हुए जगह-जगह बैरियर लगाकर घेराबंदी की। वहीं जिले में सभी तहसील पर सपाईयों ने प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन दिए। ज्ञापन में कहा कि सरकार की नीतियां आमजन के खिलाफ है। किसानों को गन्ने को भुगतान नहीं हो रहा है। तीन कृषि कानून नहीं हटाए गए है। सपाईयों के प्रदर्शन के दौरान जिले में कई जगहों पर अव्यवस्थता देखने को मिली। सुरक्षा व्यवस्था न बिगड़े इसके लिए पहले से ही पुलिस बल तैनात किए गए थे। जिले में प्रदर्शन के दौरान थोड़े हालात बदले थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेंडिंग कर स्थिति को संभाल लिया।