बता दें इसी साल 21 जून को पहला सूर्य ग्रहण लगा था। भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का समय शाम 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और इसकी समाप्ति मध्यरात्रि में होगी। 15 दिसंबर की रात 12 बजकर 23 मिनट पर सूर्य ग्रहण की समाप्ति होगी। 14 दिसंबर को लगने वाला सूर्य की कुल अवधि 5 घंटे की रहेगी।
ग्रहण काल में नहीं किए जाते हैं ये काम पंडित भारत ज्ञान भूषण के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता हैं। माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के समय किए जाने वाले सारे शुभ कामों का उलटा असर होने लगता है, इसलिए कहा गया हैं कि ग्रहण के समय कोई शुभ काम न करे। ग्रहण काल में भोजन करना, कुछ पीना, तेज आवाज से बोलना आदि नहीं करना चाहिए। ग्रहण काल में बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। साथ ही कोई भी शुभ कार्य और मांगलिक कार्य भी नहीं करने चाहिए। भगवान की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान अपना खासा ख्याल रखने के साथ सावधानी भी बरतनी चाहिए। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर पर ही रहना चाहिए। वही आपको बता दे वैज्ञानिक दृष्टि से इस समय सूर्य से निकलने वाला रेडिऐशन बहुत घातक होता है, जो कि गर्भवती महिलाओं नुकसान पंहुचा सकता है। इसलिए ग्रहण काल में बाहर नहीं निकलना चाहिए।
ग्रहण ख़त्म होने के बाद ज़रूर स्नान करने से शुद्धिकरण हो जाता है। भगवान का ध्यान सूर्य ग्रहण के सूतक काल की शुरुआत से लेकर सूर्य ग्रहण की समाप्ति तक करना चाहिए। भगवान के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें। सूर्य ग्रहण के बाद दान-पुण्य करना भी शुभ माना जाता है।