मेरठ. शनिवार को उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वेस्ट यूपी के दौरे पर थे। मेरठ में सीएम योगी की जनसभा में पूरी तरह से खचाखच माहौल था। तमाम विधायक सांसद दूर-दूर से आए कार्यकर्ता सभी मौजूद थे। जैसे ही मुख्यमंत्री और प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ स्टेज पर पहुंचे वहां पर लोगों ने तालियों के साथ स्वागत किया। फूल मालाओं के साथ सभी का स्वागत किया गया। तमाम वक्ता अपनी-अपनी बातें बोल रहे थे। जैसे ही प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने अपनी बात बोलनी शुरू की उसी दौरान कुछ युवा पीछे से नारेबाजी करने लगे उसी दौरान तमाम युवाओं ने काले झंडे निकालकर लहराना शुरू कर दिया। फिर क्या था पूरी जनसभा में तमाम हड़कंप मच गया और तमाम पुलिसवाले और कार्यकर्ता झंडे लहराने वाले लोगों की तरफ उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ पड़े और एक के बाद एक बीजेपी के कार्यकर्ता अंधाधुंध लात-घूसों के साथ इन आत्मघाती युवाओं को पीटने लगे।
वीडियो देखने के लिए यहां किल्क करें-https://youtu.be/SPlJkKVurkk योगी जनसभा में जिन लोगों ने काला झंडा फहराया था जब उन लोगों पत्रिका की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि उनके पास किसानों के कई मुद्दे से किसानों की परेशानियों को वह योगी आदित्यनाथ के सामने रखना चाहते थे और साथ ही नोएडा में हुए एनकाउंटर सुमित गुर्जर एनकाउंटर को लेकर वह CBI की मांग कर रहे थे लेकिन काफी समय से उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी जिसको लेकर वह लगातार तमाम अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे लेकिन आज तक भी उनकी बात नहीं सुनी गई। जिसकी वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में अपनी बात रखनी चाहिए लेकिन वहां पर काले झंडे लहरा कर उन्हें अपना विरोध जाहिर करना पड़ा।
वीडियो देखने के लिए यहां किल्क करें-https://www.youtube.com/watch?v=HB6W-ELDki0 सवाल इस बात का है कि जनता के बीच में इस तरह से आत्मघाती कदम उठाना और इस तरह से काले झंडे दिखाकर एक व्यवधान पैदा करना या अपनी बात को रखना यह कहां तक जायज है। अब पुलिस इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है ये तो देखने वाली बात होगी। जबकि यह लोग जमालपुर गांव के संबंधित हैं और जो इसमें मुख्य आदमी है गौरव चौधरी वह जमालपुर के प्रधान भी है। अब उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया और उसके बाद पुलिस ने बीजेपी के कार्यकर्ता से इनको छुड़ाकर छोड़ दिया था। सवाल इस बात का है कि इनके ऊपर पुलिस ने क्यों कार्रवाई नहीं की। बीजेपी कार्यकर्ता के उपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई, उन्हें ऐसे ही क्यों जानें दिया गया।