मेरठ . Attack on Police : जिले में एक बार फिर पुलिस ने डीजीपी के निर्देश की नाफरमानी की और बिना किसी रणनीति के गांव में देर रात फायरिंग की सूचना पर पहुंच गई। ग्रामीणों ने पुलिस को देख उस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को घेरकर चारों ओर से पत्थर बरसाए गए। कहा जाता है कि पुलिसकर्मियों पर फायरिंग भी की गई। लेकिन किसी को गोली नहीं लगी। हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। रात में पुलिसकर्मियों को दौड़ा—दौड़ाकर पीटा गया।
मामला थाना परीक्षितगढ के गांव खटकी का है। जहां थाना पुलिस को फायरिंग की सूचना मिली थी। सूत्रों के अनुसार गांव में शराब पीने को लेकर दो पक्षों में मारपीट के बाद आपस में गोलियां चल गई। थाना परीक्षितगढ़ से दरोगा मोहसिन, गोपाल वर्मा, विपिन और सिपाही योगेंद्र व राजकुमार समेत सात पुलिसकर्मी रात 12 बजे खटकी पहुंचे। गांव में तीन युवक अनावश्यक घूमते देकर पुलिस वालों ने उन्हें पकड़ लिए और थाने की जीप में बैठाने लगे। इस पर ग्रामीण उत्तेजित हो गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से युवकों को ले जाने का कारण पूछा तो दरोगा ने अभद्रता कर दी। इससे ग्रामीण भड़क उठे और पुलिसकर्मियों को घेरकर मारपीट शुरू कर दी। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी और जमकर पिटाई की। गुस्साए ग्रामीणों ने दरोगा की पिस्टल छीनने का प्रयास किया।
यह भी पढ़े : बीच सड़क धमाके के साथ फटी तेजाब की कैन, एक दर्जन से अधिक झुलसे ग्रामीणों के हमले में तीन दरोगा और दो सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। पुलिसकर्मियों पर हमले की सूचना के बाद परीक्षितगढ़, किठौर व भावनपुर समेत कई थानों का फोर्स पहुंच गया। उसके बाद मामला शांत हुआ। फोर्स ने घायल पुलिसकर्मियों को वहां से निकाला और मोर्चा संभाला। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि मारपीट के आरोप में सात नामजद और 25 अज्ञात पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस पर हमला, जान से मारने का प्रयास, लूट के प्रयास की धारा में रिपोर्ट दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है।