यूपी के पहले पहले गौ अभ्यारण्य का शिलान्यास
शहर के जीआईसी कॉलेज के ग्राउंड पर बुधवार को गंगा यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से प्रदेश के पहले गौ अभ्यारण्य का शिलान्यास किया। यह अभ्यारण्य हालिया के ग्राम पंचायत गजरिया में अदवा बैराज में बनेगा। वहीं मंच से सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कि गंगा यात्रा 27 जनवरी से प्रारंभ हुई, मैं बिजनौर में था, राज्यपाल महोदया बलिया में थी, अपार जन सैलाब इस गंगा यात्रा में उमड़ा ।
शहर के जीआईसी कॉलेज के ग्राउंड पर बुधवार को गंगा यात्रा कार्यक्रम में शामिल होने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से प्रदेश के पहले गौ अभ्यारण्य का शिलान्यास किया। यह अभ्यारण्य हालिया के ग्राम पंचायत गजरिया में अदवा बैराज में बनेगा। वहीं मंच से सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कि गंगा यात्रा 27 जनवरी से प्रारंभ हुई, मैं बिजनौर में था, राज्यपाल महोदया बलिया में थी, अपार जन सैलाब इस गंगा यात्रा में उमड़ा ।
सीएम ने कहा कि देव युग से प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है, गंगा को साफ करने का पुनीत कार्य आरम्भ करके के लिए प्रधानमंत्री ने महान कार्य शुरू किया, मां गंगा हमारी आस्था ही नहीं हमारी अर्थव्यवस्था का कारण भी है। उन्होंने कहा कि पहले 14 करोड़ लीटर सीवर का गंदा पानी गंगा नदी में गिर रहा था, अब कानपुर में पूरी तरह औद्योगिक गंदगी को गंगा में बहाने से पूरी तरह रोक दिया गया है। विकास के नये आयाम की तलाश के साथ ही उस पर काम भी किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मिर्जापुर के बाद सोनभद्र में 6 हजार करोड़ की परियोजना बनकर तैयार है, जल्द ही इसका लोकार्पण होगा। पर्यटन के रूप में इस विंध्य क्षेत्र को विकसित कर विश्व पटल पर लाया जाएगा। बाणसागर की परियोजना बहुत सालों से लटकी थी, 1973 से लटकी इस बाणसागर योजना को हमारी सरकार ने किसानों को समर्पित क्या। उन्होंने कहा कि माता विंध्यवासिनी का धाम आने वाले समय मे प्रमुख तीर्थ स्थलों के रुप में में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जनपद के लोगों से भी सहयोग की अपील किया।
मुख्यमंत्री ने गंगा की निर्मला के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अपनी संस्कृति अपने पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का तरीका अयोध्या के राजा भागीरथ ने मां गंगा की धारा को स्वर्ग से उतारकर पूर्वजों के मुक्त के लिए गंगासागर तक ले जाने का कार्य किया था। आज भगीरथ के रूप में मोदी जी का आगमन हुआ है, जिन्होंने गंगा की निर्मलता के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई है।
BY- SURESH SINGH