इस दौरान डीएम ने क्लास के बच्चो से देश के राष्टपति,प्रधानमंत्री, राज्यपाल,मुख्यमंत्री, सांसद और सभी विधायक,जिले के जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक का नाम पूछा जिस पर कुछ बच्चो ने सही जबाब दिया।मगर क्लास में मौजूद अधिकांस बच्चे इसके बारे में नहीं बता पाए। जिस पर डीएम अध्यापक कि भूमिका में आ गए वह पेंसिल लेकर क्लास रूप में मौजूद ब्लैक बोर्ड पर लिखा कर बच्चो को समझाने लगे।बच्चे भी उसे अपने नोट बुक में लिखते रहे। क्लास में डीएम ने बच्चो को लोकसभा,राज्यसभा व विधान सभा और विधान परिषद के बारे मे भी बताया। इनके चुनाव व कार्यकाल और यह संस्थाएं कैसे काम करती है इसके बारे में भी बच्चो को बताया।इसके साथ ही डीएम ने बच्चो को राष्टीय प्रतीक के बारे में भी समझाया। बच्चों ने भी उनसे सवाल किये।
वह बच्चों को 45 मिनट तक क्लास में ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाते रहे।इस दौरान जिले का पूरा सरकारी अमला डीएम को अध्यापक बन क्लास में बच्चो को पढ़ाते हुए देखते रहे।बच्चे भी डीएम कि क्लास में पढ़ कर खुश दिखाई दिए।इस अभियान के बारे मे बताते हुए जिला अधिकारी अनुराग पटेल का कहना है कि जनपद में प्रशासन-पोषण और पाठन अभियान चलाया जायेगा।जिसमे अधिकारी गोद लिए गाँव मे शनिवार को चौपाल लगाएंगे और गाँव के प्राइमरी स्कूल में बच्चो को पढ़ाने का काम करेंगे। फिलहाल डीएम कि पहल पर अभिभावक भी खुश है उन्हें उम्मीद है कि महीने में बच्चो के बीच अधिकारियों के टीचर के रूप में पहुचने पर एक तो स्कूल कि व्यवस्था ठीक होगी वही अधिकारियों को अपने बीच पा कर बच्चे उनसे प्रेरित भी होंगे।
By Suresh Singh