सथ बैठाकर खाने में दिया जहर
चुनार कोतवाली अंतर्गत कांशीराम आवास के ब्लाॅक नंबर छह के राजेश कुमार का पत्नी से विवाद हुआ था। उसके बाद मंगलवार की दोपहर राजेश ने चारों बच्चों विजय, सुमन, साधना और धीरज को खाना खाने के लिये साथ बैठाया और फिर खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर दे दिया और खुद भी खा लिया। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी।
बच्चों की चीख सुनकर पहुंचे पड़ोसी
जहरीला पदार्थ का सेवन करते ही पिता और चार बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। उनकी चीखें सुनकर पड़ोसी पहुंचे तो वहां का मंजर देखकर दंग रह गए। तत्काल एंबुलेंस बुलवाकर सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत के चलते उन्हें मंडलीय असपताल रेफर कर दिया गया। राजेश (35), बेटे वजिय (7) की मौत हो गई और उसके कुछ देर बाद सुमन (5) ने भी चिल्ड्रेन वार्ड में दम तोड़ दिया। साधना (9) और धीरज (4) की हालत गंभीर देख उन्हें वाराणसी के ट्राॅमा सेंटर रेफर करदिया गयां
बैंक लोन को लेकर हुआ था विवाद
मूल रूप से चंदौली जिले का निवासी राजेश को उसकी मौसी ने गोद लिया था, जिसके चलते वह यहीं रहता था। राजगीर मिस्त्री का काम करता था और शराब का आदी भी था। पत्नी के अनुसार राजेश ने बहन की शादी में बैंक से दो लाख का कर्ज लिया था, जिसकी किस्त वह नहीं दे रहा था। सोमवार को बैंक अधिकारी किस्त के लिये घर पहुंचे तो राजेश को लगा कि पत्नी ने ही उन्हें बुलवाया होगा। इसी को लेकर दोनेां में झगड़ा हुआ, जिसके बाद राजेश ने खौफनाक कदम उठायाय।
कोरोना के चलते बेराेजगार था राजेश
राजेश राज मिस्त्री का काम करता था। पर कोरोना संकट के चलते वह इन दिनों बेरोजगार चल रहा था। एक तो रोजगार का संकट और दूसरे सर पर दो लाख का लोन। राजेश के लिये ये बड़ी परेशानी थी। वह शराब पीने का भी आदी था। हालांकि पत्नी गीता भी घर चलाने के लिये दूसरे के घरों में झाड़ू बर्तन कर 1500 रुपये महीना कमाती है।
घटना के बाद पहुंचे डीएम एसपी
घटना की जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया। पुलिस ने तत्काल पहुंचकर सभी का इलाज सुनिश्चित कराया, हालांकि चार लोगों केा नहीं बचाया जा सका। उधर सूचना मिलते ही मिर्जापुर के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकर और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। मृतक राजेश की पत्नी से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा है कि पुलिस मामले की जांच भी कर रही है।