ऐसे में अगर विंध्याचल मंदिर में अगर दर्शन पूजन का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आप के लिए महत्वपूर्ण है। 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने के दौरान दर्शनार्थियों के लिए सुबह 7:30 बजे से दोपहर एक बजे तक मां विन्ध्यवासनी मन्दिर का कपाट बंद रहेगा। मंदिर को दोपहर एक बजे के बाद श्रृंगार और आरती के उपरान्त खोला जाएगा। मंदिर के बंद रहने के दौरान कोई भी दर्शन-पूजन का काम नहीं होगा।
पंडा समाज के स्थानीय पुरोहित सूर्यग्रहण के दौरान मंदिर परिसर में भजन और पूजा पाठ करेंगे। बता दें कि मंदिर में दर्शन पूजन के लिए देश भर से दूर-दूर से भक्त आते हैं। उन्हें कोई परेशानी न हो इसके लिए पहले से ही मंदिर के बंद होने की सूचना जारी कर दी गयी है।
जानिये कहां कितने बजे दिखेगा सूर्यग्रहण वाराणसी में 8.20 से 11.13 तक बीकानेर सवेरे 8.11 से 10.50 तक कोलकाता सवेरे 8.26 से 11.33 तक जयपुर सवेरे 8.13 से 10.55 तक
जोधपुर सवेरे 8.09 से 11.03 तक दिल्ली सवेरे 8.16 से 10.57 तक भुवनेश्वर सवेरे 8.19 से 11.28 तक मुम्बई सवेरे 8.04 से 10.52 तक कोयम्बटूर सवेरे 8.06 से 11.10 तक
अमृतसर सवेरे 8.18 से 10.50 तक बनारस सवेरे 8.20 से 11.13 तक उज्जैन सवेरे 8.08 से 10.58 तक हैदराबाद सवेरे 8.08 से 11.10 तक गुवाहाटी सवेरे 8.39 से 11.36 तक
जम्मू सवेरे 8.20 से 10.49 तक नागौर सवेरे 8.11 से 10.51 तक पटना सवेरे 8.24 से 11.19 तक रायपुर सवेरे 8.14 से 11.15 तक जैसलमेर सवेरे 8.08 से 10.46 तक
हरिद्वार सवेरे 8.20 से 10.57 तक अजमेर सवेरे 8.11 से 10.53 तक ग्रहण के समय क्या करें क्या न करें ग्रहण के समय मंत्रों का उच्चारण करना चाहिये। ग्रहण समाप्ति के बाद घर पर गंगाजल का छिड़काव करें।
ग्रहण के समय में ज्यादा से ज्यादा भगवान का ध्यान और भजन करना चाहिए। यदि भोजन सूतक काल के पहले तैयार हो गया हो तो उसमें तुलसी के पत्ते डाल दें। सूतक के समय भोजन बनाना और खाना दोनों वर्जित है।
सूर्यग्रहण के दौरान कोई नया कार्य न शुरू करें। इस दौरान तुलसी के पौधे और देवी-देवताओं की मूर्ति को भी न स्पर्श करें। By Suresh Singh