एजेंसी स्वामी सुनील सिंह रात्रि में खाना खाने के बाद पत्नी और अपनी चार वर्ष की बच्ची के साथ छत पर सोने चले गए। देर रात्रि करीब एक से दो बजे के बीच अज्ञात चोरों ने एजेंसी का शटर तोड़कर दुकान में घुस गए। दुकान के कांउटर मे रखे करीब एक लाख रूपए नगद समेटने के बाद सीढी के सहारे प्रथम तल पर जाकर मास्टर चाभी से आलमारी खोलकर60000 हजार रूपए नगद एवं गृहस्वामी की पत्नी का आलमारी मे रखा 20000 हजार रूपए नगद और एक सोने का हार, दो सोने की चैन, एक सोने का मंगलसूत्र,चार सोने की चूड़ी, नौ सोने की अंगूठी, सात जोड़ी कान का झुमका, एक चांदी का बड़ा पायल एवं तीन चांदी का छोटा पायल,एक मांग टीका, एक नथिया, चांदी का थाली,पान, एवं सोपाड़ी लेकर चंपत हो गए।
मकान के भूतल पर एजेंसी का गोदाम है। एवं प्रथम तल पर एजेंसी मालिक परिवार के साथ रहते हैं।घटना की रात्रि एजेंसी मालिक परिवार के साथ छत पर सोए हुए थे। रात मे परिवार वालों को चोरी के वारदात की भनक तक नही लग पाई। सुबह जब गृहस्वामी सुनील सिंह नीचे आए तो नीचे का दृश्य देखकर भौचक्के हो गए। सुबह ग्रामीणों ने भोंका नाला मे चोरी का सामान बिखरा देखा तो एजेंसी मालिक को सूचना दिया। जहां चार सूटकेस बिखरा हुआ मिला। परिवार वालों ने 100 नंबर पी आर बी एवं पुलिस को फोन से सूचना दिया। चोरी की सूचना पर चौकी प्रभारी डवक विजय यादव ने मौका मुआयना कर जॉच में जुटी हुयी है। जब की चोरी की गयी एजेन्सी से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर पुलिस पिकेट तैनात थी। मगर इन्हें भनक तक नही लग पाया। वहीं गृहस्वामी ने थाने मे तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
by सुरेश सिंह