शहर के प्रसिद्ध लायंस स्कूल के सामने स्थित बेशकीमती जमीन को लेकर विवाद होने के बाद रविवार को जमीन पर मालिकाना हक जताते हुए शहर के गणेशगंज के रहने रहने वाले मोती लाल मौर्या पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि करोड़ों की इस जमीन के मालिक उनके नाना रामधनी पुत्र कंगाली है, जिसके हम लोग वारिस है। इस जमीन से सम्बंधित मुकदमा रामजियावन बनान उपजिलाधिकारी मोतीलाल सिविल जज के यहां विचाराधीन है, मगर इसके बाद भी विहिप नेता व्यापारी विश्वनाथ अग्रवाल ने धनबल और सत्ता के जरिए जमीन पर रजिस्ट्री करा लिया। वह 22.10.2018 को जमीन पर खुदाई शुरू कर इस पर कब्जा कर रहे है। जब इसका किया तो विरोध करने पर उन्हें बुला कर 5 लाख रुपया का लालच दिया और कहा कि मुकदमा वापस ले लो।
धरने पर बैठे मोती लाल का कहना है कि विहिप नेता ने जिससे जमीन लिखवाया है, उनके नाम महज चार विस्सा जमीन था। मगर उन्होंने पूरा दस विस्वा जमीन विश्वनाथ अग्रवाल को बेच दिया।वही आरोपो से इनकार करते हुए विहीप नेता विश्वनाथ अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने अनिल सिंह,अशोक सिंह और अरुण सिंह से जमीन की रजिस्ट्री करवाई है। यह लोग सिर्फ आरोप लगा रहे है इनके पास कोई भी कागजात नही है। इनलोगों को बातचीत करने को बुलाया मगर यह लोग झगड़े को तैयार है।
फिलहाल विहिप नेता विश्वनाथ अग्रवाल विहीप के कद्दावर नेता रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल के बड़े करीबी लोगों में रहे है, आज भी जिले के मेटल के बड़े व्यवसायी विहिप के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। इसके साथ ही अनुसार कुछ लोग जबरन इस मामले को तूल दे रहे है। बता दें कि जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, वह वर्षो से खाली पड़ी है।