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सेना प्रमुख बिपिन रावत का बड़ा बयान: आतंकियों के खिलाफ दूसरी सर्जिकल स्‍ट्राइक जरूरी

कश्‍मीर घाटी में अलगावादी नेताओं के परिवार वाले विदेशों में मौज करते हैं।

नई दिल्लीSep 24, 2018 / 11:11 am

Dhirendra

bipin rawat

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने दिए आतंकियों के खिलाफ दूसरी सर्जिकल स्‍ट्राइक के संकेत

नई दिल्‍ली। भारत-पाक सीमा पर तनाव और आतंकी हमलों को देखते हुए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्‍तान को सख्‍त लहजे में चेताया है। उन्‍होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि आतंकियों के खिलाफ दूसरी सर्जिकल स्‍ट्राइक का वक्‍त आ गया है। अगर पाक हुक्‍मरान और वहां की सेना भारत विरोधी गतिविधियों से बाज नहीं आई तो आतंकिस्‍तान के खिलाफ फाइनल आघात हो सकता है। उन्‍होंने कहा कि अब पाक को सबक सिखाना ही एकमात्र विकल्‍प बचा है। ऐसा इसलिए कि पाकिस्‍तान ने अपनी हरकतों से साफ कर दिया है कि वो शांति की भाषा नहीं समझता है।
हिंसा कुंठाग्रस्‍त आतंकियों की करतूत
उन्‍होंने कहा कि जब तक पाकिस्‍तान में आईएसआई और सेना का कब्‍जा है तब तक दोनों देशों के बीच शांति संभव नहीं है। इसलिए पाकिस्‍तान को सबक सिखाने की घड़ी आ गई है। उन्‍होंने कहा कि इस बार की कार्रवाई में आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। जहां तक जम्‍मू और कश्‍मीर में आतंकियों द्वारा पुलिस को निशाना बनाने की बात है तो ये अमानवीय हरकत उनकी कुंठा का सबूत है। आंतिकयों का पूरी तरह से सफाया करने के लिए साइबर सुरक्षा पर अलग प्रक्रिया बनानी होगी। सेना में आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देना होगा।
आम आदमी मुश्किल में
उन्‍होंने कहा घाटी में अलगावादी नेता मौज में हैं। वहीं अलगाववादियों के परिवार वाले विदेशों में मौज करते हैं। इसकी कीमत जम्‍मू और कश्‍मीर के लोग चुका रहे हैं। कश्‍मीर में आम आदमी मुश्किल में है। आतंकी घटनाओं की वजह से विकास कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं। कश्‍मीर की अवाम को नौकरी चाहिए जो उन्‍हें नहीं मिल पा रहा है। इन सभी बातों के लिए पाक सेना और अलगाववादी संगठन के लोग जिम्‍मेदार हैं।
पाक से वार्ता रद्द करने का फैसला सही
केंद्र सरकार द्वारा संयुक्‍त राष्‍ट्र सम्मेलन के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता रद्द करने के फैसले का सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा शांति वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं हो सकता। सरकार ने वार्ता रद्द करके सही फैसला किया है। रावत ने कहा कि हमारी सरकार की नीति है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं हो सकते। हमने पाकिस्तान को साफ-साफ संदेश दिया है कि वह कुछ ऐसा करके दिखाए, जिससे साबित हो कि वो आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। पा‍किस्‍तान की ओर इशारा करते हुए रावत ने कहा कि आप खुद बार-बार खुद बोलते हैं कि हम अपनी सरहद का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के इलाके में आतंकवाद गतिविधि के खिलाफ होने नहीं देंगे। मगर आतंकवादी गतिविधियां जारी है। आतंकी सरहद के पार से आ रहा है।

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