भारत-फ्रांस के बीच 36 राफेल जेट्स का सौदा
राफेल सौदे पर बोलते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उन्होंने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 36 राफेल जेट्स को खरीदने में सभी प्रासंगिक प्रक्रियाओं का पालन किया गया है।
बता दें कि 2016 में भारत और फ्रांस के बीच 58 हजार करोड़ रुपये के 36 राफेल लडाकू विमान खरीदने का सौदा हुआ था। यह सौदा सरकार-से सरकार के बीच हुआ था। इस सौदे के तहत फ्रांस भारत को सितंबर 2019 तक विमानों की डिलीवरी शुरू कर देगा।
कांग्रेस का आरोप
आपको बता दें कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस ने लगातार सरकार पर आरोप लगाया है कि इस डील में भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार में हुए राफेल डील काफी महंगा है, जबकि उनकी सरकार में हुए डील काफी सस्ते थे। कांग्रेस ने मांग की है कि राफेल डील से संबंधित दस्तावजों को सरकार सार्वजनिक करें।
हालांकि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब देते हुए कहा है कि 36 राफेल विमानों के अधिग्रहण और पूरी खरीद प्रक्रिया में निर्धारित पारदर्शीता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रासंगिक प्रक्रियाओं का पालन किया गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में जानकारी का खुलासा नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने भारतीय वायु सेना की परिचालन आवश्यकता पर विचार करने वाले विमानों की खरीद के लिए अंतर-सरकारी मार्ग को प्राथमिकता दी है।