scriptअब 15 साल तक मार करेगी क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’, चांदीपुर में हुआ सफल परीक्षण | A successful trial of Cruise Missile'Brahmos' in Chandipur | Patrika News
विविध भारत

अब 15 साल तक मार करेगी क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’, चांदीपुर में हुआ सफल परीक्षण

परीक्षण का मकसद ब्रह्मोस मिसाइल की एक्सपायरी को बढ़ाना है। इसे 10 से बढ़ाकर 15 साल करने की कवायद है।

नई दिल्लीJul 16, 2018 / 01:21 pm

Mohit Saxena

brahamos

क्रूज मिसाइल’ब्रह्मोस’की उम्र में इजाफा,चांदीपुर में हुआ सफल परीक्षण

वडोदरा। ओडिशा के चांदीपुर में सोमवार को सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ का परीक्षण किया गया। इस परीक्षण का मकसद ब्रह्मोस मिसाइल की एक्सपायरी को बढ़ाना है। इसे दस साल से बढ़ाकर 15 साल करने की कवायद की जा रही है। ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा विकसित की गई अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है।
गौरतलब है कि ब्रह्मोस को भारत के रक्षा शोध और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओएम ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह मिसाइल ध्वनि की आवाज से भी तीन गुना अधिक रफ्तार से उड़ान भरती है। इस परीक्षण से सशस्त्र सेनाएं अधिक समय तक मिसाइल का उपयोग कर सकेंगी।
पनडुब्बी से भी मिसाइल को छोड़ा जा सकता है

ब्रह्मोस को पनडुब्बी,जहाज तथा विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। ब्रह्मोस के समुद्री तथा थल संस्करणों का पूर्व में ही सफल परीक्षण किया जा चुका है। इसे भारतीय सेना एवं नौसेना को सुपुर्द किया जा चुका है। ब्रह्मोस एक सुपरसॉनिक क्रूज़ प्रक्षेपास्त्र है। क्रूज़ प्रक्षेपास्त्र उसे कहते हैं जो कम ऊँचाई पर तेजी से उड़ान भरती है और इस तरह से रडार की आँख से बच जाता है। ब्रह्मोस की विशेषता यह है कि इसे जमीन, हवा, पनडुब्बी और युद्धपोत से यानी कि लगभग कहीं से भी दागा जा सकता है।
रूस की मस्कवा नदी पर रखा नाम

ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। रूस इस परियोजना में प्रक्षेपास्त्र तकनीक उपलब्ध करवा रहा है और उड़ान के दौरान मार्गदर्शन करने की क्षमता भारत के द्वारा विकसित की गई है। प्रक्षेपास्त्र तकनीक में दुनिया का कोई भी प्रक्षेपास्त्र तेज गति से आक्रमण के मामले में ब्रह्मोस की बराबरी नहीं कर सकता। इसकी खूबियाँ इसे दुनिया की सबसे तेज़ मारक मिसाइल बनाती है। यहाँ तक की अमरीका की टॉम हॉक मिसाइल भी इसके आगे बौनी साबित होती है।

Home / Miscellenous India / अब 15 साल तक मार करेगी क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’, चांदीपुर में हुआ सफल परीक्षण

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो