नई दिल्ली। कोझिकोड में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण के बाद पाकिस्तान ने पलटवार किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा है कि भारतीय जासूस कुलभूषण यादव के कबूलनामे से यह खुलासा हो चुका है कि भारत पाकिस्तान में आतंकियों को मदद पहुंचाता है। बता दें कि मोदी ने पाकिस्तान के हुक्मरानों पर आतंकवादियों के आकाओं के इशारों पर नाचने का आरोप लगाते हुए उसे चेतावनी कि उरी हमले में 18 जवानों का बलिदान खाली नहीं जाएगा और पाकिस्तान को विश्व में अलग थलग करके अकेले रहने को मजबूर कर दिया जाएगा।
मोदी के भाषण के बाद पाक बोला: रोना बंद करे भारत
वहीं प्रधानमंत्री के भाषण के बाद पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर #bharatronabundkaro ट्रेंड करने लगा। पाकिस्तानी लोगों ने भारत और मोदी के भाषण को निशाने पर ले लिया। एक यूजर ने लिखा कि रोइए मत, ये झूठ अपने लोगों में ही फैलाते रहिए। वहीं एक अन्य ने लिखा कि भारत हमारे खिलाफ युद्ध नहीं कर सकता, वो सिर्फ फवाद खान को जाने और भारत-पाकिस्तान मैचों पर प्रतिबंध के लिए ही कह सकता है। वहीं एक अन्य ने लिखा कि भारत सेना के अधिकारियों सहित चालीस हजार जवानों ने छुट्टी के लिए आवेदन किया। इसके पलटवार में एक यूजर ने लिखा कि सही कहाए हमें रोना बंद कर देना चाहिए क्योंकि पेशावर के स्कूल पर हमले के बाद हम रोए थे और हमें बदले में मिला उड़ी हमला।
पाक मीडिया ने मोदी के भाषण को बताया धमकी
उधर, पाकिस्तानी मीडिया में भी प्रधानमंत्री मोदी का भाषण चर्चा का विषय बना रहा। भाषण के खत्म होने के कुछ समय बाद ही पाक मीडिया ने कहा कि मोदी ने उरीी आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग करने की धमकी दी है। साथ ही उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी और विकास की लड़ाई को जीतने की चुनौती भी दी है। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाषण में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को पूरी दुनिया से अलग थलग कर देने की धमकी दी है। पाकिस्तानी अखबार द न्यूज ने भी पीएम मोदी के भाषण को धमकी भरा बताया है।
क्या कहा था मोदी ने अपने भाषण में
उत्तरी केरल के ऐतिहासिक शहर कोझिकोड में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए पहली बार उरी के सैन्य शिविर पर सीमापार आतंकवादियों के हमले पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने भारत की धरती से पाकिस्तान की अवाम को संबोधित करते हुए कहा था कि वे अपने हुक्मरानों से पूछें कि भारत और पाकिस्तान दोनों 1947 में आजाद हुए थे तो क्यों भारत सॉफ्टवेयर निर्यात करने के लिए जाना जाता है और पाकिस्तान आतंकवाद के निर्यात के लिए।
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के हुक्मरान आतंकवादियों के आकाओं के लिखे भाषण पढ़ कर कश्मीर के गीत गा रहे हैं। आतंकवादियों के लिखे भाषण पढऩे वालों से दुनिया को कोई अपेक्षा नहीं है। इसलिए वह पाकिस्तान की अवाम से सीधी बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अवाम को उनसे पूछना चाहिए कि वे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगित, सिंध, पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान को संभाल नहीं पा रहे हैं तो क्यों कश्मीर की बात करके गुमराह कर रहे हैं।