हर चुनौती के लिए एयरफोर्स तैयार
इंडियन एयरफोर्स आज अपना स्थापना दिवस पूरी धूमधाम के साथ मना रहा है। एयरफोर्स का यह स्थापना दिवस ऐसे समय में मनाया जा रहा है, जब डोकलाम में चीन और एलओसी पर भारत को पाकिस्तान से खतरा बना हुआ है। हालांकि किसी भी प्रकार के युद्ध की संभावना को लेकर एयरफोर्स पहले ही अपनी पूरी तैयारी का दावा कर चुका है। एयरफोर्स चीफ ने दो दिन पहले ही कहा था कि भारतीय सेना पाकिस्तान और चीन से एक साथ निपटने के लिए तैयार है। सुबह 8 बजे से हिंडन एयरबेस में कार्यक्रम शुरू होगा। वायुसेना प्रमुख वी एस धनोआ वायुसैनिकों को संबोधित करेंगे और उसके बाद 11 बजे प्रेस वार्ता भी करेंगे।
एयरफोर्स में शामिल होंगी तीन महिला फाइटर
उधर, इंडियन एयरफोर्स में तीन और महिला फाइटर शामिल होने जा रहे हैं। इन तीन फाइटर्स को दिसंबर में एयरफोर्स में कमीशन किया जाएगा। एयरफोर्स चीफ एयरचीफ मार्शल बीएस धनोवा के मुताबिक तीनों महिला फाइटर पायलट अपने समकक्ष पुरुष पायलटों से किसी मायने में कम नहीं हैं। एयरचीफ ने जोर देकर कहा कि आने वाले समय में महिलाएं एयरफोर्स में अपना अहम योगदान देंगी। फिलहाल, पहली बैच के लिए चुनी गई फ्लाइट कैडेट मोहना सिंह ,अवनि चतुर्वेदी और भावना कंठ कर्नाटक के बीदर में हॉक विमान पर फाइटर पायलट बनने के अंतिम चरण की ट्रेनिंग कर रही हैं।
इंडियन एयरफोर्स की क्षमता
इस वक्त वायुसेना के पास 33 फाइटर स्क्वाड्रेन (टुकड़ी) हैं। हर स्क्वाड्रेन में 16 से 18 फाइटर जेट्स हैं। इनमें सुखोई 30 एमकेआई की 11, मिग-21 की 8, मिराज-2000 की 3, जगुआर की 5, मिग-29 की 3 और मिग-27 की 3 टुकड़ियां हैं। एक आकलन के मुताबिक, वायुसेना को पाक और चीन, दोनों मोर्चों पर दुश्मन से मजबूती से निपटने के लिए 42 स्क्वाड्रेन की जरूरत है।