पूर्व पीएम HD Deve Gowda बोले – कंक्रीट की दीवारों ने नहीं निकलेगा हल, वैकल्पिक उपायों पर विचार करे सरकार वायुसेना चीफ के अनुसार पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारतीय सेना से हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों में विवाद काफी बढ़ गया है। चीन (China) ने सीमा पर जे-20 लड़ाकू विमान तैनात किया था, मगर जब उन्होंने इस क्षेत्र में राफेल की तैनाती की तो वो पीछे हटने को मजबूर हो गए।
वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया के अनुसार सीमा पर तनाव कम करने को लेकर सैन्य कमांडर स्तर की बैठक जारी है। भारत हमेशा से सीमा पर शांति का प्रयास चाहता है। चीन अपनी सेना को पीछे हटाने को तैयार नहीं है। सीमा पर जितनी सेना की आवश्यकता है। उन्होंने तैनात कर दी है। उनकी तरफ से बातचीत पर काफी ध्यान केंद्रित करा जा रहा है। पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होती है तो यह अच्छा होगा। अगर कोई नई स्थिति उत्पन्न होती है तो हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सीमा पर चीन और पाक से बढ़ते हवाई खतरे को देखते हुए राफेल के बाद भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने देश में तैयार 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दी है।
ऐसा माना जा रहा है कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजस की खरीद का निर्णय मील का पत्थर साबित हो सकता है। तेजस चीन और पाक के जेएफ-17 लडाकू विमानों के मुकाबले कहीं ज्यादा आधुनिक बताया गया है।