जानकारी के मुताबिक, सुखेदव सिंह लिबड़ा का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। बताया जा रहा है कि लिबड़ा कई बीमारियों से ग्रसित थे। उनके निधन से पार्टी में शोक की लहर है। साथ ही राज्य में पार्टी को बड़ा झटका भी लगा है।
गौरतलब है कि लिबड़ा पहली बार 1985 में खन्ना से विधायक बने। लिबड़ा 2004 से 2012 तक बतौर सांसद लोकसभा सदस्य रहे। उन्होंने 2004 में अकाली दल की टिकट से रोपड़ से और 2009 में कांग्रेस की टिकट से फतेहगढ़ साहिब से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। इसके अलावा लिबड़ा 1998 से 2004 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे।
लिबड़ा एसजीपीसी के पूर्व प्रधान जथेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा के करीबी रहे हैं। वे 17 सालों तक SPGC के सदस्य भी रहे थे। उनके निधन से पार्टी गहरा झटका लगा है। विगत हो कि पिछले कुछ समय में देश के कई दिग्गज नेताओं का निधन हुआ है। इनमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटल शामिल हैं।