आतंकी घटनाओं को जमीन तैयार करने की थी जिम्मेदारी जानकारी के मुताबिक आतंकी संगठन ने अहमद को भारत में आतंकी घटनाओं के लिए जमीन तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके साथ ही अहमद के जिम्मे में भारत में नकली भारतीय करंसी के फ्लो को अधिक से अधिक बढ़ाने का भी काम था। इसी के चलते वेस्ट बंगाल पुलिस को इसकी तलाश थी। इस मामले में दिल्ली की स्पेशल सेल को भी इसके बारे में भनक लगी और इसे पिछले सप्ताह पकड़ा गया। सामने आया है कि पिछले दिनों यूपी में मुजफ्फरनगर से पकड़े गए आतंकी अब्दुल्लाह मामले में भी इसकी अहम भूमिका रही थी। हालांकि अभी देवबंद का रहने वाला फैजान पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। माना जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी कई और अहम सवालों के जवाब मिलेंगे।
तीन भाषाएं बोलता है रजा पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार रजा हिंदी, इंग्लिश के साथ-साथ बांग्ला और अरबी भाषा की अच्छी जानकारी रखता है। वह मूल रूप से बांग्लादेश का रहने वाला है। करीब तीन साल पहले उसने आतंकवादी संगठन अल कायदा शामिल हुआ था। धीरे-धीरे इसने संगठन में अपनी स्थिति मजबूत बनाई और इसके बाद उसे भारत में आतंकी साजिश को अंजाम देने की अहम जिम्मेदारी दी गई। माना जा रहा है कि अहम के रूप में पुलिस को हाथों एक बड़ा सुराग हाथ लगा है, जो देश में दिल्ली समेत दूसरे हिस्सों में अल कायदा के स्लीपर सेल के राज खोल सकता है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों इसने नकली नोटों की एक बड़ी खेप को बांग्लादेश से बॉर्डर पार कराने में अहम भूमिका निभाई थी। इससे देश में ऐसे ठिकानों और एजेंटों के बारे में भी पता लग सकता है, जो यहां बड़ी तबाही मचाने की नापाक मंशा रखते हैं।
खुफिया एजेंसी अलर्ट अहमद की गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है, जब देश स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। यह पता लगाने की भी कोशिश की जाएगी कि आईएस ने भारत में कहां-कहां तक अपनी पैठ बना ली है। सूत्रों का कहना है कि 15 अगस्त को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खासतौर से लाल किला और इसके आसपास। लाल किले की प्राचीर से ही प्रधानमंत्री अपना भाषण देते हैं। इस बात को देखते हुए की कहीं कोई आतंकवादी हमला न हो, स्पेशल सेल भी आईबी और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ-साथ अपने स्तर पर भी आतंकवादियों की धर-पकड़ में लगी है।
दिल्ली पुलिस की जिप्सी चोरी उधर, दिल्ली के तुगलक रोड थाने से पुलिस की जिप्सी चोरी हो गई है। जिप्सी में फ्लैशर्स भी लगे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक ड्राइवर गश्त खत्म करके जिप्सी खड़ी कर खाना खाने के लिया गया था तभी गाड़ी चोरी हो गई थी। हालांकि जिप्सी चोरी की एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरु कर दी। खुफिया विभाग का मानना है कि आतंकी दिल्ली में हमले के लिए पुलिस और सेना की गाडी का इस्तेमाल कर सकते हैं।