बता दें कि ये अनोखा रेस्टोरंट केरल के अलप्पुझा में स्थित है। इस रेस्टोरेंट का नाम जनकीय भक्षणशाला या जनता भोजनालय है और इसका एकमात्र उद्देश्य है कि जितना चाहें उतना खाएं और जितनी मर्जी उतना ही दें। इस रेस्टोरेंट को केरल स्टेट फाइनेंशियल एंटरप्राइजेज के सीएसआर फंड से चलाया जा रहा है।
रेस्टोरेंट के मालिक का कहना है कि वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंंकि वो भूख मुक्त भारत बनाने की चाह रखते हैं। इस रेस्टोरेंट को स्नेहजलकम नाम की एक इकाई चला रही है जो कि भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के तत्वावधान में काम कर रही है।
केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने अपने एक फेसबुक पोस्ट पर इसका उल्लेख करते हुए लिखा है कि यदि आपको भूख लगी है तो आप यहां आएं और खाना खाएं।यहां के काउंटर पर कोई कैशियर नहीं होगा।
यहां कैशियर का काम आपका मन ही करेगा। आपको कुछ देने की इच्छा हो तो बॉक्स में डाल सकते हैं और जिनके पास पैसे नहीं है वो ऐसे ही जा सकते हैं। बता दें ये रेस्टोरेंट अलप्पुझा-चेरथाला नेशनल हाईवे के पास स्थित है। यहां प्रतिदिन दो हज़ार लोगों के लिए खाना पकाया जाता है। करीब 11.25 लाख रूपए की लागत से इस रेस्टोरेंट को बनाया गया है।
थॉमस इसाक का ये भी कहना है कि अलप्पुझा की भूख मुक्त परियोजना पूरे केरल में शुरू की जाएगी। बता दें 3 मार्च से आम जनता के लिए इस सेवा की शुरूआत की गई है