किशोर कुणाल की किताब देने पर हुई नोंकझोक दरअसल, हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई रंजन गोगोई को एडिशनल डॉक्यूमेंट के तौर पर पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल की किताब बेंच को दी थी। किताब दिए जाने पर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताई। अपत्ति जताने पर दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंकझोक हुई। इसी दौरान मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने अदालत में एक नक्शा फाड़ डाला।
मैं तो केवल एक नक्शा दिखा रहा हूं इसपर विकास सिंह ने कहा कि मैं किताब पर अपना जवाब नहीं दे रहा हूं लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक एक नक्शा दिखाना चाहता हूं। मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताई और कहा कि अगर ऐसा हुआ तो वह इनके सवालों का जवाब नहीं देंगे। इसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि ठीक है, आप जवाब मत देना।
राजीव धवन ने इसपर भी आपत्ति जताई और कहा कि ये भी किताब का हिस्सा है। इसे मंजूरी नहीं दी जा सकती है। इतना कहते ही राजीव धवन ने उस नक्शे को फाड़ दिया। धवन ने नक्शे के पांच टुकड़े कर दिए। हिंदू महासभा के वकील ने इस दौरान बुकनन और थ्रेलर की किताबों का हवाला दिया1
कोर्ट का मजाक मत बनाओ इस पर गुस्से में राजीव धवन ने कहा कि आपने कोर्ट का मजाक बना रखा है। जवाब में विकास सिंह ने भी कहा कि मजाक तो आप बना रहे हैं। इसके अलावा विकास सिंह ने ऑक्सफोर्ड की किताब का हवाला दिया और जन्मस्थान की पुष्टि की। विकास सिंह ने कहा कि बाबर उदार था लेकिन औरंगजेब कट्टर शासक था।
सीजेआई हो गए खफा वकीलों के बीच इस तरह की बहस से सीजेआई खफा हो गए। सीजेआई रंजन गोगोई ने सुनवाई के दौरान कहा कि हमारी तरफ से दोनों ओर से बहस पूरी हो चुकी है। हम सिर्फ इस इसलिए सुन रहे हैं कि कोई कुछ कहना चाहता है तो कह दे। हम अभी उठ कर जा भी सकते हैं।