हॉस्पिटल की चादरों पर चढ़ा भगवा रंग
दरअसल, इस स्वास्थ्य केंद्र ने अचानक सफेद रंग से अचानक परहेज कर भगवा रंग में अपनी रूची दिखाई है। अस्पताल को यह रंग इतना पसंद आया है कि यहां पर मरीजों के लिए बने बेड की चादरों का रंग भी भगवा कर दिया है। अस्पताल में अक्सर सफेद रंग या हरे की चादर ही देखीं जाती हैं लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र में बिछी भगवा चादर साबित करती हैं कि बीजेपी का सरकारी संस्थानों पर कितना गहरा असर पड़ा हुआ है। यह अस्पताल शायद इन भगवा चादरों को बिछवा कर अच्छी चापलूसी करना चाह रहा है। बीजेपी के प्रदेश में सरकार बनाते ही अफसरों ने भी अपना रंग बदलना शुरु कर दिया और कई सरकारी अधिकारियों के कार्यालयों में भगवा रंग देखने को मिला।
डॉक्टर्स ने बताया बेवजह का मुद्दा
अस्पताल द्वारा किए गए इस कारनामें पर जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) से बात की गई तो उन्होंने इसे बेवजह का मुद्दा करार दिया। सीएमएस डॉ. केपी सिंह ने कहना था कि बेवजह इस मामले को मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य प्रमुख सचिव के अचानक ही निरीक्षण पर आने की सूचना मिली थी जिसके बाद बाजार से चादर खरीदी गई थी। सीएमएस का कहना था कि मार्केट में नारंगी रंग की चादर नहीं मिली तो मजबूरी में भगवा रंग की चादर लाकर बिछाई गई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा किसी विशेष उद्देश्य ने नहीं किया गया है इसलिए इस बात को अनावश्यक रूप से तूल न दिया जाए।