जम्मू-कश्मीर के आईजी पुलिस मुकेश कुमार के अनुसार, लश्कर-ए-मुस्तफा के कमांडर हिदायतुल्ला मलिक को हथियार पहुंचाने के मामले में शमिल एक युवक को बिहार के छपरा से गिरफ्तार किया गया है। जावेद आलम अंसारी नाम के इस युवक की गिरफ्तारी पटना एटीएस की मदद से हुई है।
पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने पापाचन-बांदीपोरा ब्रिज के पास एक जांच चौकी बनाई थी और शुक्रवार को एलईटी आतंकियों के मददगार दो लोगों को पकड़ा गया। उन्होंने दोनों की पहचान उत्तरी कश्मीर में बांदीपोरा के आबिद वजा और बशीर अहमद गोजेर के तौर पर की। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, ये दोनों युवक आतंकियों को पनाह देने, इलाके में आतंकी गतिविधियों में मदद मुहैया कराने में शामिल थे। इन युवकों को क्षेत्र में दहशत फैलाने और सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड से हमला करने का काम सौंपा गया था।
वहीं, जावेद आलम अंसारी जिस कुख्यात हिदायतुल्ला मलिक को हथियार दे रहा था, वह बेहद शातिर आतंकी है। पुलवामा कार बम मामलेे में उसकी तलाश काफी पहले से की जा रही थी। इसके अलावा हिदायतुल्ला ने काफी कम समय में कश्मीर में लश्कर-ए-मुस्तफा को चर्चित कर लिया था। बता दें कि लश्कर-ए-मुस्तफा नामक आतंकी संगठन को जैश-ए-मुहम्मद से मदद मिलती है।