ट्रेडिंग पर लगाई रोक
नियामक सूत्रों के अनुसार इस तरह की कुछ कंपनियों को लेकर सेबी के फैसले को रिजर्व रखा गया है। इसके साथ ही सेबी ने इन कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग पर रोक लगा दी है। हालांकि इसके खिलाफ कई कंपनियों ने सिक्योरिटी अपीलेट ट्रिब्यूनल में अपील की थी और कहा था कि वह शेल कंपनी नहीं हैं, जिसके बाद सैट ने सेबी के फैसले केा रिजर्व रख दिया है। इसके साथ ही सैट ने सेबी को सिक्युरिटी कानून की अनदेखी करने के मामले की जांच बढ़ाने की इजाजत दे दी है। सूत्रों के अनुसार कई छोटे ब्रोकर्स को पहले से ही संदिग्ध शेल कंपनियों में सूची में रखा गया है और सेबी द्वारा जांच की जा रही है।
ब्रोकर्स की भूमिका की जांच वहीं सेबी की ओर से इन कंपनियों पर लगाई गई रोक के बाद बाजार में अफरा-तफरा पैदा करने के मामलों में ब्रोकर्स की भूमिका की जांच की जा रही है। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) की ओर से शुरू की गई जांच के बाद आयकर विभाग व एसएफआईओ जैसे कई विभागों ने शेल कंपनियों को निशाने पर ले लिया है। आरोप है कि नवंबर में नोटबंदी के बाद इन कंपनियों ने बड़ी मात्रा में रुपयों का लेन-देन किया था।
कई जांच एजेंसियां जांच में जुटी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) की जांच शुरू होने के बाद आयकर विभाग, इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट और एसएफआईओ जैसी एजेंसियों ने भी शेल कंपनियां के खिलाफ जांच तेज कर दी है।