लेकिन अब हम जो आपको बताने जा रहे हैं, उसे सुनने के बाद आपको बिल्कुल भी भरोसा नहीं होगा। बता दें कि भारत में अब जल्द ही मधुमक्खियों के लिए भी बसें चलाई जाएंगी। जी हां, चौंकने की कोई ज़रुरत नहीं है, ये बिल्कुल सच है। मधुमक्खियों के लिए इस खास बस को मंज़ूरी भी मिल गई है। लेकिन इस मधुमक्खियों की बस को चलाने के लिए ड्राइवर कोई इंसान ही होगा। बता दें कि ये खास तरह की बसों को हनी प्रोसेसिंग यूनिट बस का नाम दिया गया है। यह खास बस घूम-घूम कर मधुमक्खियों के छत्ते पर पहुंचेगी और वहां पूरी प्रक्रिया के बाद शहद निकाल कर किसानों तक पहुंचाएगी।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा ज़िले में चलने वाली ये खास किस्म की बसें मधुमक्खी पालने वालों के लिए काफी सुविधा मुहैया कराएगी। इससे शहद को पूरी प्रक्रिया के बाद और पूरी शुद्धता के साथ उचित मूल्यों पर बेचना काफी आसान हो जाएगा। ये बस एक खास तकनीक से परिपूर्ण होगी। जो मधुमक्खी के छत्ते तक जाएगी और उसके नीचे खड़ी हो जाएगी। जिसके बाद मधुमक्खी पालने वाले पूरी सिक्योरिटी और सुरक्षा से लैस होकर छत्ते से शहद निकालेंगे। शहद निकालते वक्त मधुमक्खियों का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा कि उन्हें किसी भी तरह का कोई नुकसान न पहुंचे।
शहद बनाने की पूरी प्रोसेसिंग बस के अंदर ही पूरी होगी। जिसके बाद बस में ही वज़न करके इसे पैक भी कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं यहां से सीधे ये सारा शहद बाज़ारों में ले जाकर बेच भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस सिस्टम के कामयाब होने से शहद के निर्यात में भी बढ़ोतरी होगी। जिले के करीब 1800 किसान मधुमक्खी पालने का काम करते हैं।