जामिया में रविवार दोपहर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुरू करते समय यह तिरंगा यात्रा जामिया मेट्रो स्टेशन से जामिया विश्वविद्यालय परिसर तक निकाली गई। रविवार शाम को प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन खत्म करने से पहले एक बार फिर यह तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा में जामिया के छात्रों समेत सैकड़ों अन्य लोगों ने हिस्सा लिया।
जामिया कैंपस में ही रविवार को सभी धर्मों के युवाओं ने मिलकर एक ‘सर्वधर्म सद्भाव’ मार्च भी निकाला। सर्वधर्म सद्भाव मार्च में हिंदू, मुस्लिम, सिख व इसाई युवा शामिल हुए। इस मार्च में सभी धर्मों के प्रतीक चिन्हों को शामिल किया गया। सर्वधर्म सद्भाव मार्च में शामिल हसन ने बताया कि इस प्रदर्शन का मकसद यह दर्शाना है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ किया जा रहा प्रदर्शन किसी धर्म के समर्थन में या खिलाफ नहीं है।
रविवार को जामिया कैंपस के बाहर हुए विशाल प्रदर्शन का बड़ा कारण कामकाजी लोगों की छुट्टी रहा। लक्ष्मी नगर में रहने वाले नसीर ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से जामिया आना चाहते थे, लेकिन बैंक की नौकरी करने के कारण वे यहां यहां नहीं आ सके। रविवार की छुट्टी होने के चलत नसीर अपने पूरे परिवार के साथ जामिया पहुंचे थे।