विविध भारत

चांद की सतह पर भारत और चीन के मून मिशन का आमना-सामना, जानिए फिर क्या हुआ?

20 मिनट के लिए दोनों का हुआ आमना-सामना
चीन ने 2018 को चांद पर अपने मून मिशन चांगई-4 को भेजा था

नई दिल्लीSep 16, 2019 / 05:39 pm

Kaushlendra Pathak

नई दिल्ली। जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है कि मिशन चंद्रयान 2 को लेकर देश की धड़कने बढ़ती जा रही है। सबके मन में एक ही सवाल है कि क्या विक्रम लैंडर से इसरो का संपर्क दोबारा हो पाएगा। क्योंकि, अब केवल पांच दिन शेष बच गए हैं। इसरो और नासा लगातार विक्रम से संपर्क स्थापित करने में लगा हुआ है। इसी बीच खबर यह आ रही है कि चांद की सतह पर भारत और चीन के मून मिशन का आमना-सामना हुआ है।
खगोलविद स्कॉट टायली ने ट्वीट किया है कि चंद्रयान 2 के आर्बिटर और चीन के क्यूकियाओ का चांद की सतह पर आमना-सामना हुआ है। दोनों की मुलाकात करीब 12 मिनट की थी। हालांकि, इसके बाद दोनों अपनी-अपनी कक्षा में घूमते हुए आगे बढ़ गए। गौरतलब है कि चीन ने 20 मई 2018 को चांद पर अपने मून मिशन चांगई-4 को भेजा था। चांगई-4 के लैंडर और रोवर ने चांद की सतह पर 7 दिसंबर 2018 को लैंड किया था। अब भी दोनों इस समय चांद की सतह पर हैं। जबकि, उनका ऑर्बिटर क्यूकियाओ चांद के चारों तरफ चक्कर लगा रहा है। क्यूकियाओ वही काम कर रहा है जो हमारे चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर कर रहा है। यानी चांद की सतह से तस्वीरें और डेटा पृथ्वी पर भेज रहा है।
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यहां आपको बता दें कि अमेरिका और रूस के बाद चीन चांद की सतह पर लैंडर-रोवर उतारने वाला तीसरा देश है। चीन ने भी चांद की दक्षिणी ध्रुव के नजदीक वॉन कार्मेन क्रेटर में अपना लैंडर रोवर उतारा था। इधर, उम्मीद यह लगाई जा रही है कि मंगलवार को नासा विक्रम लैंडर की तस्वीरें भेज सकता है। लिहाजा, कल का दिन बेहद अहम माना जा राह है।

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