पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कल, पीएम ने हमें एक हेडलाइन और ब्लैंक पेपर दिया। इस पर मेरी प्रतिक्रिया भी ब्लैंक थी। उन्होंने आगे लिखा कि अब हम वित्त मंत्री की ओर से ब्लैंक पेपर भरने की प्रक्रिया पर नजर रखेंग। उन्होंने कहा कि हमारी नजर एक-एक रुपए पर होगी और देखेंगे की सरकार सही में देश की अर्थव्यवस्था को सुधार रही है या नहीं। चिदंबरम ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि हम यह भी ध्यान से जांच करेंगे कि किसे क्या मिलता है? पहली चीज यह है कि गरीब, भूखे और तबाह प्रवासी मजदूर सैकड़ों किलोमीटर चलने के बाद क्या उम्मीद कर सकते हैं? हम यह भी जांचेंगे कि निचले हिस्से की जनसंख्या (13 करोड़ परिवारों) को वास्तविक धन के मामले में क्या मिलेगा?
यहां आपको बता दें कि कोरोना संकट के कारण देश में आर्थिक संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनजर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया है, जो कि जीडीपी का 10 प्रतिशत है। अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि इस पैकेज के जरिए लघु-मंझोले उद्योग, कुटरी उद्योग, किसानों, श्रमिकों और मध्यम वर्ग को काफी फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस आर्थिक पैकेज से देश को नई ताकत मिलेगी।