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चिराग पासवान ने कहा कि लोजपा संविधान के अनुसार पार्टी प्रमुख के रूप में वह स्वयं या महासचिव के रूप में अब्दुल खालिक पार्टी करने के लिए अधिकृत हैं। पार्टी संविधान के अनुसार बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्यों की न्यूनतम उपस्थिति भी नहीं थी। पासवान ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पारस तथा उनके समर्थकों को पार्टी का चिह्न और झंडे का प्रयोग करने से रोकने की अपील की है। इसके साथ ही पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी पशुपति कुमार पारस के बजाय चिराग पासवान को पार्टी नेता के रूप में मान्यता देने का आग्रह किया है। यह भी पढ़ें