चीन का मीडिया बोला- भारत नहीं जीत सकता हमसे युद्ध, भारत ने कहा- हवाई ख्वाब देखना बंद करो… दरअसल, एक बार फिर से सीमा पर तनाव बढ़ने के साथ भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व ने कई चरण का विचार-विमर्श किया है और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी शीर्ष अधिकारियों संग बैठक भी की। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने रक्षा मंत्री को ताजा हालात के बारे में जानकारी दी।
भारतीय सेना द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक सीमा पर स्थिति को बिगाड़ने के लिए चीन उकसाने वाली हरकतों को जारी रखे है। वो पीएलए के जवान थे, जिन्होंने भारतीय सैनिकों को भयभीत करने की कोशिश में कुछ राउंड हवाई फायरिंग की। भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि भारतीय सेना ने ना तो किसी भी स्तर पर एलएसी पार की और ना ही फायरिंग समेत कोई आक्रामक ढंग अपनाया।
सेना के मुताबिक वो चीनी सेना ही है जो सैन्य, राजनयिक और राजनीतिक स्तर पर वार्ता जारी होने के बावजूद भी औपचारिक रूप से समझौतों का उल्लंघन कर रही है। कर्नल अमन ने बताया, “7 सितंबर 2020 के ताजा मामले में चीनी सैनिकों ने ही एलएसी पर भारतीय सैनिकों के पास आने की कोशिश की। जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने कुछ राउंड हवाई फायर कर डराने की कोशिश की।”
क्या PM Modi ने फिर दी चीन को चेतावनी? कहा- कुछ ही देशों के पास है ऐसी क्षमता उन्होंने आगे कहा कि उकसाने वाली गंभीर कार्रवाई के बावजूद भारतीय सैनिकों ने संयम से काम लिया और परिपक्वता और जिम्मेदाराना ढंग से व्यवहार किया। बयान में बताया गया, “भारतीय सेना एलएसी पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, यह किसी भी कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी पूर्णतया दृढ़ है। वेस्टर्न थिएटर कमान का बयान उनके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लोगों को गुमराह करने की एक कोशिश है।”
गौरतलब है कि PLA वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने दावा पेश किया था कि भारतीय जवानों ने सीमा पार की। इसके बाद भारत-चीन सीमा के पश्चिमी भाग स्थित बैंगोंग हुनान इलाके में घुस गए। भारत की इस कार्रवाई ने दोनों देशों के बीच समझौतों का गंभीरता से उल्लंघन किया। इससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ा और आसानी से गलतफहमी पैदा हुई।”