रविवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे लोग
बताया जा रहा है कि ये लोग यहां एक धार्मिक कार्यक्रम में करीब 1400 शामिल हुए थे। इसमें 300 विदेशी लोग भी मौजूद थे। विदेश से आए लोग कोरोना संक्रमित थे। जिसके बाद जमात में भी लोगों में यह महामारी फैल गई। करीब 300 लोग इस महामारी की चपेट में आ गए हैं।
200 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 80 से ज्यादा लोगों को LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिनमें 34 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें तमिलनाडु के 64 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। मरकज बिल्डिंग में 13 मार्च से धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। मरकज के मौलाना के खिलाफ दिल्ली सरकार ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया है। खबर मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ हुआ। दिल्ली पुलिस स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर मौजूद हैं।
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LNJP अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराया गया
फिलहाल मौके पर दिल्ली पुलिस, राज्य सरकार की स्वास्थ्य टीम और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम मौजूद है। जो इन पर निगरानी रखे हुए हैं। वहीं अभी तक 85 संदिग्ध लोगों को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (LNJP Hospital) में भर्ती कराया गया है। इससे पहले सऊदी अरब व अन्य खाड़ी देशों से दिल्ली आए करीब 85 लोगों को रविवार की देर रात निजामुद्दीन (Nizamuddin) से एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना संदिग्धों की संख्या 125 तक पहुंची
सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि देश में लॉकडाउन से ठीक दो दिन पहले निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हुई थी। इस भीड़ में कुछ लोग कोरोना संक्रमित थे, जो विदेश से यात्रा कर लौटे थे। अब इस भीड़ में मौजूद सभी लोगों पर कोरोना संक्रमण के लक्षण पाया गया है। मरकज में शामिल लगभग 100 से अधिक संदिग्धों को दिल्ली के दो अलग-अगल अस्पतालों मे भर्ती कराया गया है।
वहीं इनके सैंपल भी जांच के लिए तुरंत भेज दिए गए हैं। एलएनजेपी अस्पताल में 100 संदिग्धों को भर्ती कराने के बाद यहां कोरोना संदिग्धों की संख्या 125 पहुंच चुकी है।