स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ( Health and Family Welfare Ministry ) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 22,752 नए मामले सामने आए हैं। जबकि कोरोना की वजह से 482 मरीजों अपनी जान गंवा चुके हैं।
देशभर में कोरोना वायरस का असर तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना हजारों की तादाद में कोरोना मरीजों के नए मामले सामने आ रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7,42,417 तक पहुंच गई है। हालांकि इनमें 2,64,944 सक्रिय मामले, 4,56,831 ठीक/डिस्चार्ज/ विस्थापित मामले हैं। वहीं इस महामारी के चलते देशभर में अब तक 20,642 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
वहीं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का कहना है कि देश में 7 जुलाई तक कुल 1 करोड़ 04 लाख 73 हजार 771 सैंपल का टेस्ट किया गया है। इनमें से 2 लाख 62 हजार 679 सैंपल का टेस्ट मंगलवार को किया गया है। तेजी से बढ़ रही टेस्टिंग के साथ ही देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।
सबसे ज्यादा चिंता इस बात ने बढ़ा दी है कि देश में दिल्ली और मुंबई ने कोरोना मामलों को लेकर सरकार की चिंताएं बढ़ा रखी हैं वहीं अब दूसरे शहरों में ये डरा रहा है।
देश के दक्षिण राज्य कर्नाटक की साइबर सिटी बेंगलूरु में तेजी से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है। 15.7 फीसदी की हुई बढ़ोतरी
बेंगलूरु में पिछले 4 दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में 15.7% की बढ़ोतरी हुई है, जो दिल्ली और मुंबई से काफी ज्यादा है। सोमवार को जारी किए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन दिनों में दिल्ली में जहां कोरोना संक्रमण की वृद्धि दर 2.6 फीसदी रही तो वहीं मुंबई में सिर्फ 1 प्रतिशत। लेकिन बेंगलूरु का आंकड़ा काफी ज्यादा रहा। यहां 15.7 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली।
कम है रिकवरी रेट
बेंगलुरु में सिर्फ सोमवार को 1,235 नए केस सामने आए हैं। जो 24 घंटे में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं बेंगलूरु की रिकवरी रेट बेहद कम है, जो और चिंता बढ़ा रही है। रिकवरी रेट कम होने का मतलब है कि कोरोना मरीजों की ठीक होने की रफ्तार बेहद कम है।
तेलंगाना और कर्नाटक अगले कोरोना केंद्र बनने की ओर
तेलंगाना और कर्नाटक देश के अगले कोरोना वायरस केंद्र बनने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। तेलंगाना में पिछले दो हफ्ते से रोजाना औसतन 1,219 नए मामले सामने आ रहे हैं।
राज्य में मामले 9.5 दिन में दोगुने हो रहे हैं जो भारत की दोगुने होने की दर (20.4 दिन) का दोगुना है। तेलंगाना की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट भी राष्ट्रीय औसत की तीन गुना 27.6 प्रतिशत है। हैदराबाद में 70 प्रतिशत मामले पिछले दो हफ्ते में सामने आए हैं।