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कोरोना वायरस: दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर अधिकारी मौन क्यों, आखिर सच क्या है?

दिल्ली में कुछ मरीजों के कोरोना संक्रमित होने के सोर्स की नहीं मिली जानकारी
दिलशाद गार्डन, निजामुद्दीन, मोती बाग दक्षिण और जीटीबी नगर में हालत खराब
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्य सरकारों को कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर किया था अलर्ट

नई दिल्लीApr 08, 2020 / 10:31 am

Dhirendra

नई दिल्ली। इटली, स्पेन और अमरीका के बाद अब भारत में कोरोना नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है। जहां तक देश की राजधानी दिल्ली की बात है तो यहां पर तबलीगी जमात के मरकज के बाद से स्थिति तेजी से खराब हुई है। दिल्ली में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की चर्चा जोरों पर है। हालांकि इस मामले में अभी दिल्ली सरकार के अधिकारी मौन हैं और खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि सच क्या है?
सेामवार को एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि देश में कुछ इलाके में कोरोना थर्ड स्टेज में पहुंच गया है। आईसीएमआर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर आर गंगाखेडकर ने मंगलवार को कहा कि कोरोना अभी और बढ़ेगा।
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दो दिन पहले यानि 6 अप्रैल को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी स्टेज कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों से एक नियंत्रण योजना तैयार करने और जमीनी स्तर पर उसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कहा था। ताकि कोरोनावायरस को फैलने रोका जा सके। गौबा ने राज्यों के मुख्य सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि लॉकडाउन (Lockdown) से देश को कोरोना वायरस के असर को कम करने की दिशा में कदम उठाने और किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार होने का अवसर दिया है।
इसके साथ ही एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (National Capital Delhi) के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात भी सामने आ रही है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस समय दिल्ली के दिलशाद गार्डन एरिया पर पूरी तरह फोकस कर रहा है। इस एरिया के 4 चार किलोमीटर के दायरे में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आए हैं।
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बताया तो यहां तक जा रहा है कि दिल्ली में चार एरिया को कंटेनमेंट घोषित किया जा चुका है। कंटेनमेंट इलाकों की घोषणा सोमवार को हुई थी। इस लिस्ट में तीन जगह शामिल हैं। इनमें जीटीबी एन्क्लेव के 2 ब्लॉक और अन्य जगहों में दिल्ली की दिलशाद कॉलोनी शामिल है। सीएम अरविंद केजरीवाल मंगलवार को निजामुद्दीन, दिलशाद गाड्रन और मोती बाग दक्षिण का कंटेनमंट के लिए स्वीकार किया था। हालांकि मोतीबाग दक्षिण को दिल्ली सरकार ने नोटिफाई नहीं किया है।
इनमें से जीटीबी एन्क्लेव के 2 ब्लॉक और दिलशाद कॉलोनी अधिकारियों को यहां के कोरोना संक्रमित मरीजों का सोर्स पता नहीं चल पाया। यही वजह है कि स्वास्थ्य अधिकारी पहले से ज्यादा गंभीर हो गए हैं। नाम न बताने की शर्त पर दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा कि दिल्ली के जीटीबी एन्क्लेव इलाके में रहने वाली एक नर्स और बुजुर्ग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले। लेकिन इन्फेक्शन कहां से फैला इसके बारे में हम पूरी तरह निश्चित नहीं हैं।
दरअसल, कोरोना वायरस से संक्रमित कई मरीजों में इस बीमारी के सोर्स की जानकारी नहीं मिल पाई है। इसके बाद जानकार ये मान कर चल रहे हैं कि इस महामारी का दिल्ली के कुछ इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा है। यही वजह है कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर बहस जोरों पर है। बहस के केंद्र में ये भी है कि क्या ये बीमारी दूसरे या तीसरे चरण में पहुंची है या नहीं।
बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 25 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके बाद यहां ये आंकड़ा 550 पार कर गया है। दिल्ली सरकार ने जानकारी दी कि संक्रमित मरीजों में 331 लोग निजामुद्दीन मरकज से संबंध रखते हैं। इनमें से 179 लोगों ने विदेश यात्रा की थी या वैसे लोगों से संपर्क में आये थे। दिल्ली पुलिस ने यहां के सभी अस्पतालों से अपील की है कि वे किसी भी कोरोना पॉजिटिव मरीज को स्वीकार करने के बाद पुलिस, स्वास्थ्य विभाग या Covid-19 के इलाज के लिए अधिकृत अस्पतालों को जानकारी दें।

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