कश्मीर: प्रोफेसेर के बाद अब डॉक्टर के आतंकी होने पर शक वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने रविवार को पुरुलिया पहुंचकर पुलिस और तृणमूल कांग्रेस पर इन राजनैतिक हत्याओं को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। भाजपा नेता सयंतन बसु ने कहा, “तृणमूल, बदमाशों, माफिया और पुलिस ये सब मिलकर एक हो गए हैं। सिर्फ स्थानीय लोग उनके खिलाफ हैं। कई लोग जो पहले नक्सली हुआ करते थे, वे अब तृणमूल के लिए काम कर रहे हैं।”
उच्च स्तरीय जांच की मांग पार्टी ने कार्यकर्ताओं के मारे जाने की घटना की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से कराए जाने की मांग की है। वहीं इस मामले पर कार्यवाही करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने सीआईडी को घटना की जांच सौंप दी है। लेकिन बीजेपी इस मामले को छोड़ने के मूड में नहीं है। इसलिए पार्टी ने रविवार को आज 12 घंटे का बंद बुलाया था। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी के लोगों को बंगाल में निशाना बनाया जा रहा है, वह खामोश नहीं बैठेंगे।
क्या है मामला बता दें कि पुरुलिया में चार दिनों के कथित रूप से बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। पहले 18 साल के दलित युवक त्रिलोचन महतो की पेड़ से लटकती लाश मिली थी, वहीं अब 30 साल के दुलाल कुमार को बिजली के एक हाई टेंशन पोल से लटका दिया गया है। दोनों युवक बीजेपी के कार्यकर्ता बताये जा रहे हैं। बीजेपी ने दोनों कार्यकर्ताओं की मौत को को राजनीतिक हत्या करार दिया है। मृत दुलाल कुमार के परिवार ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर उनकी हत्या का आरोप लगाया है।
प्लास्टिक प्रदूषण से सख्ती से निपट रहा है भारत, यूएन ने की तारीफ राज्य सरकार ने सीआईडी को सौंपीं घटना की जांच ममता बनर्जी सरकार ने इस मामले में तेजी दिखते हुए पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही दोनों हत्याओं की जांच सीआईडी से कराने के आदेश दिए हैं। पुरुलिया के नए एसपी एसपी जॉय बिस्वास ने कहा कि शुरुआती जांच में त्रिलोचन महतो के हत्या का मामला आपसी दुश्मनी का लगता है। तृणमूल कांग्रेस ने इन घटनाओं में अपना हाथ होने से इनकार किया है। राज्य सरकार ने मामले को आपराध जांच विभाग को सौंप दिया है।