दरअसल, दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने केन्द्रीय वन और पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन को पत्र लिखा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कंट्रोल करने के लिए एकमात्र तरीका हवा में पानी का छिड़काव करना है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से हेलिकॉप्टपर और कई विमान की मांग की है। हालांकि इमरान हुसैन ने साफ कर दिया है कि इस पूरी योजना में होने वाला पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
इमरान हुसैन ने अपने पत्र में कहा कि हाल ही में दिवाली के दौरान बारूद के इस्तेमाल और सर्द मौसम आने के बीच पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाने से दिल्ली के वायुमंडल में प्रदूषण का बढ़ना तय है। इसके मद्देनजर उन्होंने पिछले 17 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं निगरानी समिति की बैठक में किए गए फैसले के हवाले से डॉ. हर्षवर्धन से पानी के हवाई छिड़काव को दिल्ली पर वायु प्रदूषण के गहराते संकट का एकमात्र समाधान बताया है।
आपको बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी दिवाली के मौके पर पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का थोड़ा असर जरूर देखने को मिला था और पिछले तीन सालों में पॉल्यूशन का स्तर सबसे कम रहा था। वहीं दिल्ली सरका ने भी दिल्ली में ‘ऑड-ईवेन’ जैसी योजनाओं से प्रदूषण के स्तर को कम करने की शुरूआत की है।