कैसे हानिकारक है ओजोन
सभी जानते हैं कि ओजोन हमें हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों ( UV rays ) से बचाती है। लेकिन जब यही ओजोन जमीन के नजदीक हो तो यह हमारे लिए बेहद खतरनाक होती है। इसकी वजह से लोगों को आंखों और सीने में जलन, फेफड़ों से संबंधित बीमारियां और खांसी जैसी कई दिक्कतें आती हैं।
लोकसभा में भी उठ चुका है ओजोन का मुद्दा
ओजोन से बढ़ते प्रदूषण का मुद्दा लोकसभा में भी उठ चुका है। सदन में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि दिल्ली-NCR में ओजोन प्रदूषण की एक बड़ी वजह बनकर सामने आई है। जावड़ेकर के मुताबिक, दिल्ली में 2016 से 31 मई 2019 तक चार साल में 118 दिन तक ओजोन की वजह से प्रदूषण बढ़ता रहा।
बता दें कि पृथ्वी पर 10 से 50 किमी की ऊंचाई तक ओजोन की परत है। यह परत हमे सूरज से निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणों से जरूर बचाती है। लेकिन जब यह परत 10 किमी की ऊंचाई से नीचे बनने लगे लगती है तो हमारे लिए खतरा बन जाती है। एक रिपोर्ट की मानें तो 2017 में ओजोन की वजह से देश में 146,320 लोगों की मौत हुई थी।
हर साल बढ़ रहा है प्रदूषण
किस जगह कितने दिन ओजोन रही प्रदूषण का कारण
क्षेत्र | 2016 | 2017 | 2018 | 2019 | कुल दिन |
दिल्ली | 36 दिन | 14 दिन | 45 दिन | 23 दिन | 118 दिन |
नोएडा | 00 | 33 | 16 | 00 | 49 |
गाजियाबाद | 00 | 00 | 08 | 03 | 11 |
फरीदाबाद | 03 | 00 | 08 | 55 | 66 |
गुरुग्राम | 43 | 00 | 05 | 06 | 54 |