बड़ी खबरः द इकोनॉमिस्ट मैग्जीन ने लिखा, ‘भारत के 20 करोड़ मुसलमानों को डर है कि पीएम हिंदू राष्ट्र बना रहे हैं’ इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने कहा, “शरद पवार के आवास से कोई भी सुरक्षा नहीं हटाई गई है। नियमों के मुताबिक उचित संख्या में दिल्ली पुलिस के कर्मचारी उनके आवास पर तैनात हैं।”
दिल्ली पुलिस के मुताबिक कुछ पुलिसकर्मियों ने कुछ दिन तक शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर रिपोर्ट नहीं किया था। जब यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आई तो उनके आवास पर उचित कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के अधिकारी यह जांच भी कर रहे हैं कि क्यों पवार के आवास पर तैनात कर्मी अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने आगे बताया कि शरद पवार के आवास पर सुरक्षा के लिए कर्मचारियों की तैनाती रोटेशन के आधार पर की गई है। इसके अंतर्गत कई बार उपलब्धता के आधार पर दिल्ली पुलिस के कर्मचारी और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की जाती है।
रजनीकांत के खिलाफ दायर याचिका पर मद्रास हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, पेरियार के खिलाफ दिया था बयान इससे पहले शुक्रवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास से सुरक्षा हटाए जाने की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यह फैसला अच्छा नहीं है। देशमुख ने कहा था, “उनके पास जेड प्लस सुरक्षा थी। उन्होंने कई वर्षों तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है। उनकी सुरक्षा हटाए जाने का फैसला केंद्र सरकार की राजनीति है। यह अच्छा नहीं है।”