आपको शायद न पता हो लेकिन आज ही एक दिन कोलकाता में एक ऐसा तूफान आया था जिसने तकरीबन 3 लाख से ऊपर लोगों की जान ले ली थी। यही नहीं इस तूफान से न सिर्फ इंसान बल्कि लाखों जानवर भी इस काल में समा गए थे। इस बड़े स्तर पर आया यह भीषड़तम चक्रवाती तूफान अब तक का सबसे भयंकर तूफान है। इसके बाद से ऐसा कोई तूफान कभी आया है और हम यही दुआ करेंगे कि ऐसा तूफान कभी आए भी नहीं।
आपके बेशक कुछ साल पहले आई सुनामी याद हो जिसमें भारत के कई दक्षिण राज्यों में काफी तबाही मचाई थी। या फिर 2013 में उत्तराखंड में आया भयंकर तूफान याद हो जिसने लगभग 15000 से ऊपर लोगों को अपनी चपेट ले लिया था। लेकिन आज जिस तूफान के बारे में हम आपको बता रहे हैं। वह इन सभी से बहुत ऊपर है। कोलकाता की हुगली रिवर से उठे चक्रवात ने इतना कोहराम मचाया था कि 3 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी थी।
7 अक्टूबर 1737 को जब यह तूफान आया था। इससे पहले किसी ने इस बात का अंदाजा तक नहीं लगाया था कि ऐसा कुछ भी हो सकता है। इस तूफान ने पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्र के अलावा राजधानी कोलकाता को भी पूरी तरह से तबाह कर दिया था। 7 अक्टूबर यानी आज के दिन के बाद यह तूफान 11 अक्टूबर को एक और भयानक चक्रवात आया था। जिसकी लहरे लगभग 40 फीट तक ऊपर उछली थी। इसके अलावा उस दिन 381 मिमी की बारिश हुई थी। इस चक्रवाती तूफान में हवा की रफतार 330 किमी के आसपास थी जिसने सब कुछ तबाह कर दिया था। ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा जब यह गणना की गई कि कुल कितनी लोगों को इस चक्रवाती तूफान ने अपने अंदर लिया है, तो इस संख्या में 3 लाख से ज्यादा लोग निकले थे वहीं कई लोग बेघर हो गए थे।