चुनाव आयोग ने राजीव कुमार के जवाब को बताया असंतोषजनक
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की ओर से दिए गए जवाब को शुक्रवार को चुनाव आयोग ने असंतोषजनक करार दिया। आयोग ने कहा कि नीति आयोग के उपाध्यक्ष की ओर से कांग्रेस की ‘न्याय योजना’ पर की गई टिप्पणी निर्वाचन नियमों का उल्लंघन करता है। आयोग ने कुमार के जवाब पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि चुनाव आचार संहित के प्रावधान प्रत्येक लोकसेवक से निर्वाचन प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित करने की अपेक्षा करता है। हर लोकसेवकों को तटस्थ रहना चाहिए, जिससे की चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वाले सभी दलों के मन में कोई भ्रम उत्पन्न न हो। बता दें कि कुमार की ओर से दायर किए गए जवाब को पढ़ने के बाद चुनाव आयोग इस निष्कर्ष पर पहुंचा की उनके बयान से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। इससे पहले अपने जवाब में राजीव कुमार ने इसे अपनी निजी बयान करार दिया था।
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ये है मामला
बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करते हुए इस बात का एलान किया था कि यदि उनकी सरकार बनती है तो देश के 20 प्रतिशत सबसे गरीब व्यक्ति को 72 हजार रुपए हर वर्ष दिया जाएगा। यानी कि हर महीने 6 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसको लेकर नीति कुमार के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने आलोचना की थी और कहा था कि इस योजना से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा और जीडीपी नीचे आ जाएगा। इस बयान के बाद काफी सियासत हुई। जिसके बाद चुनाव आयोग ने कुमार को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा। दो अप्रैल को राजीव कुमार ने आयोग के सामने अपना जवाब पेश किया था और एक अर्थशास्त्री के तौर पर इसका मूल्यांकन कर दी गई टिप्पणी (निजी राय) बताया था।
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