वहीं अंतरराष्ट्रीय यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की उस सूची के मुताबिक जो लुप्तप्राय है। उसमें लिस्ट मे यह पक्षी भी शामिल है। आईयूसीएन के मुताबिक दुनिया में 12000 से 38000 इजिप्शियन गिद्ध बताए गये हैं। वैसे भारत में आधिकारिक रूप से कभी भी इस पक्षी की गिनती नहीं की गई है।
पुजारी भारती बाबा ने बचाई इसकी जान
बता दें कि पटपड़गंज के एक हनुमान मंदिर के पुजारी भारती बाबा ने इस पक्षी को सबसे पहले देखा था। यह पक्षी किसी तरह से घायल हो गया था। जिसके बाद इस घायल पक्षी को बचान के लिए पुजारी ने ही मदद की गुहार लगाई। दरअसल पुजारी ने सबसे पहले स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस ने वाइल्डलाइफ एसओएस एनजीओ से संपर्क साधा। तब जाकर इस सफेद गिद्ध की जान बच सकी। हालांकि, यहां गौर करने वाली बात ये भी है कि जिसे इस एनजीओ ने इसी साल एक और सफेद गिद्ध की जान बचाई है।
एनजीओ की देखरेख में हो रही इस पक्षी की जांच
वहीं इस पक्षी की देखरेख कर रहे इस एनजीओ ने कहा कि इस पक्षी की पहचान इजिप्शियन गिद्ध के रूप में की गई है। वहीं इस पक्षी के दाहिने पंख में चोट थी। जिसका इलाज किया जा रहा है। वहीं फिलहाल यह पक्षी हमारी निगरानी में है। जब यह पक्षी पूरी तरह से स्वस्थ जाएगा तो उसे उसके रहने की प्राकृतिक जगह पर छोड़ दी जाएगी।