नई चेतावनी प्रणाली से वक्त रहते किया सजग 1999 में आए फानी साइक्लोन जैसे ही भयानक चक्रवाती तूफान सुपर साइक्लोन ने करीब 10 हजार लोगों की जान ले ली थी और हजारों को बेघर कर दिया था। अब भारतीय मौसम विभाग के पास अत्याधुनिक तकनीक से युक्त चेतावनी प्रणाली है, जिसकी मदद से वक्त रहते ही करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच भी बेहतर समन्वय देखने में आया। एयरफोर्स, नौसेना और एनडीआरएफ की सही समय पर तैनाती ने फानी चक्रवात से होने वाले नुकसान को सीमित कर दिया।
फानी की रफ्तार पहले से हुई कम आप को बता दें कि फानी तूफान से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। ओडिशा में 175 कि.मी. प्रतिघंटे की भयानक रफ्तार से तबाही मचाने के बाद फानी अब कुछ कमजोर होकर पश्चिम बंगाल की जनता के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। अभी भी फानी की रफ्तार 90 कि.मी. प्रतिघंटा है। चक्रवात के असर से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अनेक जिलों में मूसलाधार बरसात हो रही है।