हालांकि प्रणब मुखर्जी के नागपुर जाने से कांग्रेस नेता हैरान और परेशान हैं। इससे पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने प्रणब मुखर्जी से संघ के कार्यक्रम में नहीं जाने का आग्रह किया था। पी चिदंबरम, जयराम रमेश समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने पत्र लिखकर प्रणब मुखर्जी को नागपुर नहीं जाने की अपील की है। नेताओं ने पत्र में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का हवाला देते हुए इस बात का जिक्र किया है कि कैसे भाजपा ने देश भर में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया। आज भाजपा की नीतियों की वजह से ही देश भर में तनाव का माहौल है। इसके बावजूद आप आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो ये बात समझ से परे है। लेकिन प्रणब मुखर्जी के दफ्तर से कहा गया कि आरएसएस के निमंत्रण पर पूर्व राष्ट्रपति नागपुर जाएंगे।
7 जून को संपन्न होगा प्रशिक्षण आपको बता दें कि 25 दिन तक चलने वाला यह प्रशिक्षण 7 जून को खत्म हो रहा है। संघ शिक्षा वर्ग के दीक्षांत समारोह में देश भर के 708 स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे हैं। इन स्वयंसेवकों में डॉक्टर्स, आईटी एक्सपर्ट, इंजीनियर, पत्रकार, किसान और विभिन्न वर्ग के युवा शामिल हैं। इन्हीं लोगों को पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी संबोधित करेंगे। इसके साथ ही संघ के कई बड़े पदाधिकारी भी शिरकत करेंगे।