कर्मचारियों को अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) के जरिए विदेश जाने की सुविधा अधिकारियों ने बताया कि सरकार कर्मचारियों को अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) के जरिए विदेश जाने की सुविधा देने पर विचार कर रही है। इस सुविधा में लगभग 48 लाख कर्मचारियों का नाम शामिल है, जिनको विदेश भ्रमण का मौका मिल सकता है।
चपरासी से लेकर अधिकारी तक करेंगे विदेश भ्रमण बता दें कि मौजूदा नियम के अनुसार अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) तहत कर्मचारी अभी अपने देश में ही धूम सकता है, लेकिन अब नए नियम के अनुसार कर्मचारी विदेशों में भी घूमने जा सकेंगे। सबसे अच्छी बात ये है कि इस व्यवस्था के बाद चपरासी से लेकर अधिकारी तक विदेश भ्रमण के लिए जा पाएंगे
खुशखबरीः केंद्रीय कर्मचारियों आैर पेंशनभोगियों की बढ़ेगी सैलरी, 1 करोड़ 10 लाख लोगों को मिलेगा लाभ दो से तीन महीनों में लागू हो जाएगा नियम अधिकारी ने ये भी बताया कि ये नया नियम अगले दो से तीन महीनों में लागू हो जाएगा। इसे वित्त मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय से औपचारिक मंजूरी मिल चुकी है, अब सिर्फ मुहर लगना बाकी है।
ये है प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य वहीं विदेश मंत्रालय ने भी अपने एक बयान में कहा कि इस प्रस्ताव में मध्य एशिया के देश -कजाख्स्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान को एलटीसी के तहत रखा गया है। बता दें कि इस प्रस्ताव को लाने का मुख्य उद्देश्य रणनीतिक रूप से मध्य एशिया के इन देशों में भारत की स्थिती मजबूत करना है
विदेश मंत्रालय कहा कि कार्मिक मंत्रालय ने इस बारे में एक प्रस्ताव तैयार किया है और गृह, पर्यटन, नागरिक उड्डयन और व्यय विभाग जैसे दूसरे संबंधित विभागों से जल्द से जल्द उनकी टिप्पणी मांगी है।