कई कारकों पर देना होगा ध्यान संगठन ने इस संबंध में एक दिशा-निर्देश जारी किया है जिसमें बताया गया है कि स्कूल खोलने से पहले सरकारों को किन कारकों पर विचार करना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. तेद्रोस गेब्रियेसस ने कोविड-19 पर नियमित प्रेस वार्ता में कहा कि स्कूल खोलने या बंद करने का फैसला करते समय नीति निर्माताओं को कई कारकों का ध्यान रखना चाहिए।
Social Distancing बनाए रखने की कही बात इस महामारी के संक्रमण और बच्चों पर इसके प्रभावों की स्पष्ट समझ जरूरी है। जहां स्कूल स्थित है वहां वायरस के संक्रमण के स्तर का ध्यान रखना होगा। साथ ही कक्षाओं के दौरान बच्चों के बीच सामाजिक दूरी (Social Distancing) बनाए रखने की स्कूल की क्षमता भी महत्वपूर्ण है।
साफ-सफाई भर भी दिया जाए विशेष ध्यान दिशा-निर्देश में कहा गया है कि यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिये कि बच्चों के स्कूल आने-जाने के लिए सुरक्षित परिवहन व्यवस्था उपलब्ध है या नहीं, स्कूल में साफ-सफाई और सामाजिक दूरी के लिए पर्याप्त संसाधन हैं या नहीं, स्कूल के छात्रों और कर्मचारियों में कितनों के उनकी उम्र तथा अन्य कारणों से संक्रमित होने के बाद गंभीर रूप से बीमार पड़ने की आशंका है।
बच्चों को कक्षा में बैठाए दूर-दूर डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि बच्चों को दूर-दूर बिठाने के लिए कक्षा का आकार यदि बड़ा नहीं है तो अस्थायी विस्तार या बच्चों को छोटे-छोटे समूहों में बांटकर अलग-अलग समय कक्षाओं के आयोजन की संभावना पर विचार किया जाना चाहिये।
मास्क लगाना है जरूरी इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिये कि नये बदलावों के साथ कक्षाओं के आयोजन के लिए स्कूल के पास पर्याप्त संख्या में कर्मचारी हैं या नहीं। उसने स्थानीय नियमों के अनुरूप स्कूल में मास्क पहनने या चेहरा ढंककर रखने के लिए कहा है।
परीक्षा की जरूरत पर विचार करने की सलाह स्वास्थ्य संगठन ने स्वीकार किया है कि छोटे बच्चों के लिए आपस में एक मीटर की दूरी बनाये रखना ज्यादा मुश्किल होगा। इसके लिए उसने छात्रों की उम्र के अनुसार नीति तय करने का विकल्प सुझाया है। उसने ऊंची कक्षा के छात्रों के लिए परीक्षा की जरूरत पर विचार करने की सलाह दी है।
गौरतलब है कि दिल्ली के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 11 मई से 30 जून तक गर्मियों की छुट्टियां रहेंगी। इस दौरान छात्रों को स्कूलों में किसी भी टीचिंग लर्निंग गतिविधि के लिए नहीं बुलाया जाएगा। कोविड-19 महामारी के कारण स्कूलों में पहले से ही टीचिंग लर्निंग गतिविधियां 23 मार्च से स्थगित हैं। देशभर में लॉकडाउन की अवधि को भी 17 मई तक बढ़ाया जा चुका है। ऐसे में अब छात्रों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी गई है। माना जा रहा है जुलाई तक स्कूल खुल जाएंगे।