ममता का भी इनकार
बीजेपी हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ बीजेपी डिविजन बेंच के पास पहुंची लेकिन यहां भी पार्टी को निराशा हाथ लगी। बता दें कि अभी यह मामला शुक्रवार तक के लिए टाल दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रथयात्रा से राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। गुरुवार को राज्य के अटॉर्नी जनरल किशोर दत्ता ने कलकत्ता हाईकोर्ट में ये जानकारी दी कि बीजेपी की रथयात्रा राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सकती है।
फाड़े गए अमित शाह के पोस्टर
आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले ही राज्य में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पोस्टर भी फाड़े गए थे। बीजेपी की प्रदेश यूनिट ने कहा कि पोस्टर-बैनर फाड़े जाने की घटना कूचबिहार में हुई है। बीजेपी द्वारा इस रथ यात्रा के लिए कूचबिहार को माथाभांगा और दिनहाटा से जोड़ने वाले हाईवे पर कई स्वागत द्वार बनाए गए थे। बीजेपी प्रदेश इकाई के मुताबिक बुधवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने घुघुमारी पर ऐसे ही एक स्वागत द्वार को टूटा पाया। इस दौरान शरारती तत्वों ने शाह की तस्वीर वाला एक फ्लैक्स बोर्ड भी नूकसान पहुंचाया। बीजेपी स्थानीय कार्यकर्ता के मुताबिक कुछ शरारती तत्वों ने हमारे पोस्टरों को फाड़ा है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को राज्य में भाजपा की बड़े स्तर पर तीन रैलियां प्रस्तावित हैं। बीजेपी कल राज्य में ‘लोकतंत्र बचाओ’ के नारे के साथ रथयात्रा निकालेगी। पहली रथयात्रा कल ही 7 दिसंबर को कूचबिहार में निकलेगी तो वहीं दूसरी रथयात्रा दक्षिण 24 परगना में 9 दिसंबर को होगी। इसके बाद आखिरी रथयात्रा 14 दिसंबर को बीरभूम जिले के तारापीठ मंदिर में निकाली जाएगी।