वहीं सुनवाई के दौरान हरियाणा पुलिस के जांच दल ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने हनीप्रीत का मोबाइल बरामद कर लिया है, लेकिन अभी लैपटॉप नहीं मिला है। पुलिस ने इससे पहले बताया कि था कि हनीप्रीत ने हिंसा भड़काने के लिए मैप में कई जगहों को चिह्नित किया था। ये मैप हनीप्रीत के लैपटॉप में है। ऐसे में अगर पुलिस को लैपटॉप मिलता है तो पंचकूला हिंसा से जुड़े कई राज पुलिस के सामने आएंगे।
डेरे की चेयरपर्सन विपासना भी पंचकूला के सेक्टर 23 स्थित थाने पहुंची। इस दौरान हनीप्रीत और विपासना को आमने सामने बिठाकर पुलिस ने पूछताछ किया। सूत्रों के मुताबिक विपासना को देखते ही हनीप्रीत जोर-जोर से रोने लगी। विपासना को पुलिस ने कई बार नोटिस भेज तक जाकर वो थाने पहुंची।
एसआईटी के सामने हनीप्रीत ने कबूल किया है कि राम रहीम के जेल जाने के बाद हरियाणा और पंजाब में हुई हिंसा के पीछे उसका हाथ था। इसके साथ ही हिंसा के लिए सवा करोड़ रुपये की फंडिंग भी की गई थी। वहीं एसआईटी ने अदालत को बताया कि उसी ने देश विरोधी वीडियो वायरल किया था।
गौरतलब है कि पंचकूला की स्पेशल सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने राम रहीम पर 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। पीड़ित साध्वियों ने हाईकोर्ट में अपील दायर कर राम रहीम की सजा को उम्र कैद में बदलने की मांग की है।