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हल्दी और नींबू चुटकी में दूर करेगा Depression, दवाओं के न हों एडिक्टेड

Highlights- आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तरह-तरह के तनाव से हर दूसरा व्यक्ति घिरा है- दिनभर हमारे दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है- जिसे न आप किसी को बता पाते हैं और न खुद सहन कर पाते हैं

नई दिल्लीJun 16, 2020 / 12:22 pm

Ruchi Sharma

 how to avoid depression

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नई दिल्ली. तनाव व चिंता हर इंसान को (ways to avoid Depression) होता है। धीरे-धीरे यहीं तनाव, चिंता हमारे अंदर रोग बन जाती है। हमारी मनस्थिति एवं बाहरी परिस्थिति के बीच असंतुलन एवं सामंजस्य न बनने के कारण तनाव उत्पन्न होता है। तनाव के कारण व्यक्ति में अनेक मनोविकार पैदा होते हैं। डिप्रेशन ( Depression) या मनो अवसाद (Depression) एक मानसिक रोग की श्रेणी में आता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तरह-तरह के तनाव से हर दूसरा व्यक्ति घिरा है। दिनभर हमारे दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है। जिसे न आप किसी को बता पाते हैं और न खुद सहन कर पाते हैं।
डिप्रेशन के लक्षणों (Symptoms Of Depression) को उदासी, नुकसान, तनाव या ऐसे गुस्से के रूप में समझा जा सकता है, जिससे किसी इंसान रोज की जिंदगी व हर दिन गतिविधियों पर असर पड़ता है। डिप्रेशन का इलाज (Treatment Of Depression) नहीं किया गया तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य काफी बुरा असर डाल सकता है। कुछ लोग खुद को जिंदगी से हारा हुआ समझने लगते हैं। जिस वजह से अपनी जिंदगी ही खत्म करने की सोचते हैं। आइए जानते है क्या है डिप्रेशन के लक्षण व इसके उपायों के बारे में…
डिप्रेशन के लक्षण (Symptoms of Depression)

डिप्रेशन में व्यक्ति हमेशा उदास रहता है। व्यक्ति हमेशा स्वयं उलझन में व हारा हुआ महसूस करता है। अवसाद से ग्रस्त व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है। किसी भी कार्य में ध्यान केन्द्रित करने में परेशानी होती है। अवसाद का रोगी खुद को परिवार व भीड़ वाली जगहों से अलग रखने की कोशिश करता है। वह ज्यादातर अकेले रहना पसन्द करता है। खुशी के वातावरण में या खुशी देने वाली चीजों के होने पर भी वह व्यक्ति उदास ही रहता है। अवसाद का रोगी हमेशा चिड़चिड़ा रहता है तथा बहुत कम बोलता है। अवसाद के रोगी भीतर से हमेशा बेचैन प्रतीत होते हैं तथा हमेशा चिन्ता में डूबे हुए दिखाई देते हैं। यह कोई भी निर्णय लेने पर खुद को असमर्थ पाते हैं तथा हमेशा भ्रम की स्थिति में रहते हैं। अवसाद या डिप्रेशन का रोगी अस्वस्थ भोजन की ओर ज्यादा आसक्त रहता है। अवसाद के रोगी कोई भी समस्या आने पर बहुत जल्दी हताश हो जाते हैं। कुछ डिप्रेशन के रोगियों में बहुत अधिक गुस्सा आने की भी समस्या देखी जाती है।
डिप्रेशन के इलाज के लिए लोग आमतौर पर मनोविशेषज्ञ की सलाह व डॉक्टर से दवा की सलाह देते है, लेकिन अन्य दवाओं का सेवन करने के बजाए पहले इन घरेलू तरीकों को आजमाकर देखें। ये घरेलू उपाए आपको दवाइयों के एडिक्शन से दूर करेगी…
डिप्रेशन के घरेलू उपाए

डिप्रेशन के उपाए के लिए घरेलू उपाए सबसे बेहतर है। नींबू और हल्दी इसके लिए रामबाण साबित हो सकता है। इसके लिए एक जग में 4 कप पानी लेकर इसमें 1 नींबू का रस, दो बड़े चम्मच हल्दी पाउडर, 4 बड़े चम्मच शहद या मेपल सीरप डालकर इन्हें अच्छी तरह से मिक्स करें। फिर इसका मिश्रण आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं।

इसके साथ ही डिप्रेशन के रोगी को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए तथा ऐसे फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो। पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए जिसमें शरीर के लिए जरूरी सभी विटामिन्स और खनिज हो।हरी पत्तेदार सब्जियां एवं मौसमी फलों का सेवन अधिक करें। चुकन्दर (Beetroot) का सेवन जरूर करें, इसमें उचित मात्रा में पोषक तत्व होते हैं जैसे विटामिन्स, फोलेट,यूराडाइन और मैग्निशियम आदि।
यह हमारे मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमिटर्स की तरह काम करते हैं जो कि अवसाद के रोगी में मूड को बदलने का कार्य करते हैं। अपने भोजन में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। इसमें उचित मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेट्स और मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड्स पाये जाते हैं, यह हृदय रोग तथा अवसाद को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। जंक फूड व बाहर के खाने के भोजन का सेवन पूरी तरह छोड़ दें। इसकी बजाय घर पर बना पोषक तत्वों से भरपूर और सात्विक भोजन करना चाहिए।

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