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लापता हो गई थी व्हेल
आपको बता दें कि इस विशालकाय मछली का वजन करीब 12 टन है। फॉरेस्ट रेंज अधिकारी ने बताया, ‘ मृत व्हेल मछली के शव को तालचुआ तट के पास से निकालने का काम किया जा रहा है, लेकिन उसे निकालने में वन कर्मयों को काफी मुश्किल हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि वह क्रेन की मदद से मछली को हटाने पर विचार रहे हैं।’
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इस तरह हुई मौत…
वन अधिकारियों ने बताया कि व्हेल मछली शुक्रवार को बहकर तट पर चली आई थी। उसके शरीर पर घाव के निशान थे। उनके मुताबिक, यह जीव लुप्तप्राय समुद्री जीवों की श्रेणी में शामिल है। वन्यजीव (संरक्षण) कानून, 1972 के तहत स्तनपायी जीव अनुसूची-एक श्रेणी में आती है। उन्होंने कहा कि अभी तक यह फैसला नहीं हो पाया है कि पोस्टमार्टम के बाद कंकाल को दफनाया जाएगा या नहीं। वन विभाग ने बताया कि घावों के निशान देखकर ऐसा लग रहा है कि किसी जहाज से टकरा जाने के कारण उसकी मौत हो गई।