राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने हैदराबाद में उस वेटनेरी डॉक्टर के परिवार और दोस्तों से मुलाकात की है, जिन्हें गैंगरेप के बाद चार लोगों ने जलाकर मार दिया था। पीड़िता दिशा के पड़ोसी और उनके दोस्त मानवाधिकार की टीम से खासे नाराज हैं और उन्होंने सवाल किया है कि एनकाउंटर से पहले आयोग की तरफ से किसी ने कुछ क्यों नहीं किया।
चंद्रयान-3 को लेकर इसरो ने जाहिर किया सबसे बड़ा सच, अब केंद्र सरकार ने भी माना यही नहीं दिशा की बहन के करीबी और पड़ोसियों का आरोप है कि जिस तरह आयोग की टीम दिशा की बहन से सवाल कर रही है वो सही नहीं है।
करीबी दोस्तों के मुताबिक ‘हमें एनएचआरसी की एनकाउंटर पर हो रही जांच से कोई परेशानी नहीं है। हमारा सवाल बस सही है कि…
– 10 दिन पहले ये लोग कहां थे।
– एनकाउंटर से पहले इनकी तरफ से कोई बयान क्यों नहीं आया।’
– ‘जिस समय परिवार तकलीफ में था, उस समय मानवाधिकार आयोग की तरफ से एक शब्द नहीं कहा गया
– जब दिशा का जला हुआ शव मिला तो भी एनएचआरसी के लोगों ने कुछ क्यों नहीं कहा।
– एनकाउंटर के तुरंत बाद ये लोग शहर में आ पहुंचे हैं। ऐसा क्यों है?’
करीबी दोस्तों के मुताबिक ‘हमें एनएचआरसी की एनकाउंटर पर हो रही जांच से कोई परेशानी नहीं है। हमारा सवाल बस सही है कि…
– 10 दिन पहले ये लोग कहां थे।
– एनकाउंटर से पहले इनकी तरफ से कोई बयान क्यों नहीं आया।’
– ‘जिस समय परिवार तकलीफ में था, उस समय मानवाधिकार आयोग की तरफ से एक शब्द नहीं कहा गया
– जब दिशा का जला हुआ शव मिला तो भी एनएचआरसी के लोगों ने कुछ क्यों नहीं कहा।
– एनकाउंटर के तुरंत बाद ये लोग शहर में आ पहुंचे हैं। ऐसा क्यों है?’
परिवार के एक दोस्त को एनएचआरसी की तरफ से पूछे जा रहे सवालों को लेकर भी खासी नाराजगी है। एनएचआरसी की टीम , परिवार से डॉक्टर का दिनभर का रूटीन पूछ रही है।
छोटी बहन से पूछे जा रहे ऐसे सवाल
इसके अलावा छोटी बहन से उनके आखिरी कॉल के बारे में भी पूछा जा रहा है। एक दोस्त ने बताया, ‘उन्होंने बहन से पूछा कि जब डॉक्टर ने उन्हें कॉल किया था और बताया कि उन्हें डर लग रहा है तो वह अपनी बहन की मदद के लिए क्यों नहीं गईं या फिर उन्होंने स्थिति का पता क्यों नहीं लगाया?