घाट के तट पर करीब एक लाख सीएफटी से अधिक बालू का भंडारण किया हुआ था। मंगलवार को करीब 12 बजे बालू घाट पर छापेमारी शुरू की गई। जहां पहले से 40 ट्रक बालू लोडिंग के लिए खड़ा था। विजया जाधव सभी ट्रक चालकों से चालान लेने के बाद जांच में जुट गई। जहां गड़बड़ी पाए जाने पर एसडीएम ने परिवहन विभाग के कर्मियों को जब्त ट्रकों का चालान काटने का निर्देश दिया। ट्रकों की सुरक्षा में जवान को लगाया गया है।
घाट के बंदोबस्त धारक देवघर निवासी बुल्लू राय हैं। जिनके नाम चालान निर्गत है। लेकिन लीज के शर्तों का खुल्लम खुला उल्लंघन किया जा रहा था। ट्रकों में क्षमता से अधिक बालू लोड की जा रही थी। हालांकि छापेमारी के दौरान ट्रकों में बालू लोड कराने वाले तस्कर अधिकारियों के वाहन देख भागने सफल रहे। छापेमारी में डीएमओ विभूति प्रसाद और मुफ्फसिल थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी के अलावा क्यूआरटी के जवान शामिल थे। जानकारी के मुताबिक तीन सालों की लीज में संचालक घाटे में चल रहा था। लिहाजा पिछले माह ही डुमरी के एक माफिया के हवाले इस घाट को कर दिया। जिसने बिहार में नेटवर्क का जाल बिछाया और बालू की आपूर्ति ताबड़-तोड़ शुरू कर दी।
डीएमओ विभूति प्रसाद ने कहा कि बालू का डंप अनुमान से काफी अधिक था। इतने बड़े पैमाने पर बालू का डंप क्यों किया गया था, यह जांच का विषय है। उसकी पड़ताल चल रही है। जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती है तब तक बालू उठाव पर रोक लगा दी गई है। वहीं साथ ही साथ जब्त ट्रकों के कागजातों की जांच की जिम्मेवारी डीटीओ को दी गई है।