जी हां मनोहर पर्रिकर को पार्टी ने एक बार फिर याद किया है और उनको श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला भी लिया है। यह फैसला मनोहर पर्रिकर को सम्मानित करने के लिए लिया गया है।
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मोदी सरकार ने दिल्ली में ‘इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस’ (आईडीएसए) का नाम बदलकर ‘मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस’ करने का फैसला किया है। दरअसल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ना सिर्फ मनोहर पर्रिकर बल्कि सुषमा स्वराज और अरुण जेटली ने भी जमकर लोकप्रियता बंटोरी। लेकिन मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सेहत ने इनका साथ नहीं दिया और उन्होंने बड़े पदों से खुद को अलग कर लिया।
दुर्भाग्य से इन नेताओं ने ना सिर्फ बड़े पद छोड़े बल्कि सेहत से संघर्ष करते हुए दुनिया भी छोड़ दी। अब केंद्रीय नेतृत्व ने इन्हीं लोकप्रिय नेताओं को सम्मान देने की शुरुआत की है।
मनोहर पर्रिकर से पहले सुषमा स्वराज के सम्मान में भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया था। सुषमा स्वराज के नाम दो प्रमुख संस्थान
दुनियाभर में फैले भारतीय समुदाय से सम्पर्क के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का नामकरण ‘सुषमा स्वराज भवन’ करने का फैसला लिया गया।
दुनियाभर में फैले भारतीय समुदाय से सम्पर्क के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र ‘प्रवासी भारतीय केंद्र’ का नामकरण ‘सुषमा स्वराज भवन’ करने का फैसला लिया गया।
इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस करने का फैसला किया है।